Home देश वरिष्ठ भाजपा बागी’नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री यशंवत सिन्हा का राजनीति से सन्यास

वरिष्ठ भाजपा बागी’नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री यशंवत सिन्हा का राजनीति से सन्यास

पटना (जयप्रकाश नवीन)। भारतीय प्रशासनिक सेवा से राजनीति में आए भाजपा के तेजतर्रार और कद्दावर नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए भाजपा से सारे रिश्ते नाते तोड़ने का ऐलान करते हुए दल गत राजनीति से संयास लेने की घोषणा की।

मौका था पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा द्वारा गठित “राष्ट्र मंच” का अधिवेशन समारोह। इस समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा और दल गत राजनीति को अलविदा कहा।

yashwant sinhaपटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में शनिवार को पहले से निर्धारित “राष्ट्र मंच” के अधिवेशन में श्री सिन्हा पहले ही एक बड़ा निर्णय लेने की बात कह चुके थे। लेकिन राजनीति से उनका संयास लेने का निर्णय सबको चौंका गया।

इस अधिवेशन में भाजपा के दूसरे बागी नेता सांसद शत्रुहन सिन्हा, प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव, जदयू से निष्कासित शरद यादव, जदयू के ही बागी उदय नारायण चौधरी, आप के सांसद संजय सिंह समेत कई नेता शामिल हुए।

राष्ट्र मंच अधिवेशन में बोलते हुए पूर्व वित मंत्री यशवंत सिन्हा ने भाजपा पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में हैं। जिन लोगों की वजह से यह खतरा आया है, उन्हें मुंह तोड जवाब देने की जरूरत है।

उन्होंने साफ तौर पर कहा, “बीजेपी में दलगत राजनीति बढ़ती जा रही है। लोकतंत्र खतरे में है। इसलिए मैं बीजेपी से अपने सारे रिश्ते-नाते तोड़ रहा हूं।“

उन्होंने कहा कि पटना से उनका बचपन से लगाव रहा है। यहीं से पढ़ाई की और नौकरी की। देश पर जब भी संकट आया है,आगे बढ़कर पटना ने ही देश को एक नई दिशा दी है। जब भी देश की बात आएँगी,  देश के लिए खड़ा रहूँगा। देश के बदलते हालात के सवाल पर ही राष्ट्र मंच का निर्माण किया है। यह मंच कोई  राजनीतिक मंच नहीं है।

उन्होंने कहा कि फिलहाल देश की हालात चिंताजनक है। ऐसे में अगर आज हम चुप रहेंगे तो आनेवाले पीढियां इस व्यवस्था के लिए हमें दोषी ठहराएगी। हमें माफ नहीं करेगी।

केन्द्रीय  मंत्री यशवंत सिन्हा ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि संसद का बजट सत्र इतना छोटा कभी नहीं रहा है, लेकिन भारत सरकार ने नियोजित ढंग से संसद को नहीं चलने दिया। गुजरात चुनाव के कारण सत्र को छोटा कर दिया गया।

श्री सिन्हा ने इस मंच के अधिवेशन में सुप्रीम कोर्ट पर हमला करते हुए कहा कि इसका एक भाग सड़ गया है।

भाजपा सांसद शत्रुध्न सिन्हा भी राष्ट्र मंच के अधिवेशन में  अपनी पार्टी की नीतियों पर काफी आक्रोशित दिखे।

वहीं पूर्व डिप्टी सीएम तथा प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने भी केंद्र और राज्य सरकार पर हमला किया। उन्होंने बंगला खाली कराने के मामले में कहा कि एक गलत राजनीति की शुरुआत हो रही है।

आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया है।

राष्ट्र मंच के अधिवेशन में शामिल विपक्षी दलों के दिग्गजों का जमावड़ा क्या गुल खिलाएगा, यह तो आने वाले समय में ही पता चलेगा।

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