रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष आरती कुजूर ने सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर थाना परिसर में कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय की एक नाबालिग बच्ची की शादी को लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया है।
उन्होंने एक्सपर्ट मीडिया न्यूज को बताया कि यह सब अपने आप में बड़ा अपराध है। ऊपर से छेड़खानी के मामले को थाना प्रभारी और अन्य के द्वारा शादी में तब्दील करना वह भी थाना परिसर में, काफी एक गंभीर मामला है।
अध्यक्ष ने कहा कि जंहा कानून की रक्षा की जवाबदेही जिन पर है, उनके द्वारा ही कानून का मजाक उड़ाना कतई बर्दास्त नहीं किया जाएगा। थाना प्रभारी सहित सभी दोषियों को सजा हो, इसके लिए कोई समझौता बर्दास्त नहीं है।
उन्होंने कहा कि कोई भी हो, शीघ्र कार्रवाई हो। आम आदमी के साथ त्वरित करवाई होती है, यंहा तो छेड़खानी,जबरन बाल विवाह, दबाव देना, पैसा लेना, तमाम बातें कानून के विरुद्ध कानून की रक्षा करने वालों ने किया है।
अध्यक्ष ने यह भी कहा कि बच्ची को इतने दिनों से स्कूल से अनुपस्थिति रहने पर भी स्कूल प्रबंधन की ओर से कोई सुध न लेना भी कई सवाल को जन्म देता है। इस पर करवाई होगी। आरोपियों को छोड़ा नहीं जायेगा।