“इस बार इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित भव्य राजगीर महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में एक अजीब सा नजारा देखने को मिला…”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज के एक पाठक ने अभी-अभी एक तस्वीर भेजी है और सवाल किया है कि ठीक सामने उत्पन्न यह नजारा ठीक क्यों नहीं किया गया। जबकि सामने जिला प्रसासन के लोग भी बहुतायात बैठे थे।
पाठक यह भी लिखते हैं कि आश्चर्य है कि सीएम के उद्घाटन समारोह कार्यक्रम व उद्बोधन तक यही नजारा रहा। 218 को 2018 में तब्दील नहीं किया गया। जबकि सभागार में पीछे बैठे लोग इस देख चर्चा करने में मशगुल रहे। हालांकि उसके बाद मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल व उनकी पुत्री कविता पौडवाल से सुर गूंजने के पहले उसे ठीक कर लिया गया।