नालंदा ( राम विलास )। गुरुवार को राजगीर – बख्तियारपुर रेल खंड में इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल किया गया। इएमयू इंजन का पहला ट्रायल सफल रहा । राजगीर पहुंचने पर स्टेशन प्रबंधक वीरेंद्र कुमार पासवान समेत रेलवे कर्मियों ने स्वागत किया। आज इस रेल खंड के लिए स्वर्णिम दिन माना जाएगा , क्योंकि पहली बार इस रेलखंड में इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल लिया गया।
24 जून को मुख्य संरक्षा आयुक्त राजगीर आएंगे। उनके द्वारा इस रेलखंड में इलेक्ट्रिक इंजन के परिचालन का मुआयना किया जाएगा । इएमयू इंजन ट्रायल से संतुष्ट होने के बाद उनके द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत होने के बाद किसी भी दिन राजगीर-बख्तियारपुर रेलखंड में नियमित इएमयू इंजन का परिचालन आरंभ हो सकता है ।
स्टेशन प्रबंधक वीरेंद्र कुमार पासवान ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इएमयू इंजन के परिचालन आरंभ होने पर राजगीर से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस, राजगीर से वाराणसी जाने वाली बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस , राजगीर से दानापुर जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस , राजगीर से हावड़ा फास्ट पैसेंजर रेल गाड़ियों का परिचालन इलेक्ट्रिक इंजन के द्वारा किया जाएगा।
इसी प्रकार राजगीर-बख्तियारपुर रेलखंड में डीएमयू की जगह इएमयू का परिचालन आरंभ हो जाएगा। इससे रेलगाड़ियों के आवागमन में तेजी आ जाएगी।
स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि इस रेलखंड के लिए आज ऐतिहासिक दिन है । रेलवे बोर्ड के द्वारा इतिहास रची गई है। राजगीर से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस वर्तमान में राजगीर से डीजल इंजन के द्वारा पटना तक जाती है । पटना में इस रेलगाड़ी के इंजन को बदला जाता है । डीजल इंजन की जगह इलेक्ट्रिक इंजन लगाया जाता है । इससे अगले माह से छुटकारा मिलने की पूरी संभावना है ।
उन्होंने बताया कि पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर रेल मंडल के परियोजना निदेशक अभय कुमार चौधरी , पूर्व मुख्य विद्युत अभियंता विश्वनाथ, सहायक विद्युत अभियंता प्रेम रंजन, परिवहन अनुभाग अभियंता दीपक शाह, मुकेश कुमार के निगरानी में इस रेलखंड में इलेक्ट्रिक इंजन का पहला ट्रायल हुआ। इस ट्रायल से सभी अधिकारी और कर्मी काफी संतुष्ट दिखे । अधिकारियों ने ट्रायल को सफल बताया।