“भारत एवं बिहार सरकार द्वारा बाल विवाह गैर कानूनी घोषित है। फिर भी गांवों यह प्रथा थमने का नाम नहीं ले रही है। कुछ माह पहले ही जन जागृति मानव श्रृखंला का भी आयोजन किया, लेकिन अशिक्षित-गरीब वर्ग-समुदाय पर उस जागरण का कोई खास असर होता नहीं दिख रहा। महादलित परिवारों में इस कुप्रथा का एक बड़ा कारण उनका आर्थिक पिछड़ापन भी है, जिसमें युवक-युवतियों के अभिभावक विवश भी प्रतीत होते हैं।”
कहा जाता है किसी ने गढ महादेव मंदिर परिसर में हो रही नाबालिग दो जोड़ों की शादी की खबर पुलिस को दे दी।
इस पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुये नाबालिग जोड़ी की शादी कराने में मशगुल पंडित और उसके अभिभावकों को अपनी हिरासत में ले लिया।
राजगीर थाना पुलिस जब गढ महादेव मंदिर परिसर में नाबालिग जोड़ी और उसकी शादी कराने में मशगुल अभिभावकों अपनी गिरफ्त में ले रही थी, इसी बीच एक नाबालिग दूल्हन नजर चुराते फरार हो गई।
पुलिस गिरफत में आये दोनों एक दुल्हा राजगीर थाना के मुसहरी टोला निवासी रंजीत मांझी तो दूसरा दूल्हा सौरे बांदे गांव निवासी जीतु कुमार बताया जाता है।
पकड़ी गई नाबालिग दुल्हन नवादा जिले के नारदीगंज थाना के कहुआरा भतविगहा गांव निवासी ताजु कुमारी के रुप में पहचान हुई है।
नाबालिग जोड़ी की शादी करते पकड़े जाने की सूचना आग की तरह फैल गई और थाना परिसर में उसकी एक झलक देखने को लोग उमड़ पड़े।
फिलहाल पुलिस दबोचे गये दुल्हन-दुल्हों की मेडिकल जांच तथा अन्य कानूनी कार्रवाई प्रक्रिया में जुटी है।