चंडी (संजीत)। बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने नालंदा के चंडी में एक मातमपूर्सी कार्यक्रम में पूर्व सीएम और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में बाढ़ की स्थिति काफी भयावह है। ऐसे में रविवार को लालू प्रसाद यादव के द्वारा पटना में की जा रही रैली का कोई महत्व नही है। लालू प्रसाद हमेशा एक कहावत कहते हैं “हसुआ के ब्याह में खुरपी का गीत” आज लालू प्रसाद उसी कहावत को खुद पर चरितार्थ कर रहे हैं । बिना लग्न के शहनाई बजाने में वे उस्ताद दिख रहे हैं ।
उन्होंने दिवंगत सदस्या के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके पति मथुरा प्रसाद तथा पुत्र समाजसेवी धनंजय कुमार तथा अन्य परिजन से मिलकर सांत्वना दी।
गौरतलब रहे कि चंडी मध्य विद्यालय की सेवानिवृत्त शिक्षिका पिछले वर्ष चंडी पश्चिमी से जिप सदस्य निर्वाचित हुई थी।पिछले कई महीने से वह बीमार चल रही थी। 14 अगस्त को पटना में इलाज के दौरान हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई थी।
इस मातमपूर्सी कार्यक्रम में पहुँचे पूर्व सीएम ने पत्रकारों से कहा कि लालू प्रसाद अपना जनाधार खो चुके हैं ।सिर्फ परिवार की पार्टी रह गई है राजद।अपने कुनबे की राजनीतिक जनाधार को बचाने के लिए रैली की जा रही है। बिहार में बाढ़ की स्थिति काफी भयावह है।ऐसे में लालू प्रसाद यादव द्वारा रैली किया जाना संवेदन हीनता को दर्शाता है।जहाँ कई करोड़ लोग बाढ़ से प्रभावित है।उन्हें राहत पहुँचाने की जगह रैली के नाम पर करोड़ों फूंके जा रहे हैं ।
पूर्व सीएम ने प्रधानमंत्री द्वारा बिहार को दिए गए तत्काल राहत पर बधाई देते हुए कहा कि शनिवार को पीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा बाढ़ से प्रभावित लोगों को देखकर पीएम ने दुःख व्यक्त किया है तथा सीएम को उन्होंने कहा है कि केन्द्र बिहार के साथ है। पीएम ने बिहार के बाढ़ पीड़ितों के लिए फिलहाल पांच सौ करोड़ की राशि तथा अन्य सहायता देने की घोषणा की हैं ।