“सीएम नीतीश की यूएसपी कहाँ है, जब साठ प्रति छपने वाले अखबार को साठ हजार बताकर नीतीश सरकार विज्ञापन की बक्शीस दे रही थी और बदले में क्या लेती थी, ये शर्मनाक भी है और जगजाहिर भी…”
एक्सपर्ट मीडया न्यूज। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता मनीष यादव ने कहा है कि पुलिस गिरफ्तारी के बाद ब्रजेश ठाकुर की हंसी ने नीतीश के चेहरे पर जो कालिख पोती है,उसका धुलना अब संभव नहीं है। कभी रेल दुर्घटना पर इस्तीफा देकर अपना राजनीतिक चेहरा चमकाने वाले नीतीश कुमार ने कुर्सी के चक्कर में सब गँवा दिया।
श्री यादव ने नीतीश कुमार की नैतिकता का इससे बड़ा प्रमाण और क्या होगा कि एफआईआर दर्ज होने के दिन उसे एक और टेंडर अवार्ड कर दिया गया।
प्रदेश राजद प्रवक्ता ने कहा, यह नीतीश सरकार की यूएसपी ही है कि नीतीश कुमार ने अभी तक ये नही बताया कि कैसे फर्जी नामों से ब्रजेश को प्रेस एक्रेडिएशन और भारी-भरकम विज्ञापन मिल रहे थे।
उन्होंने कहा कि ब्रजेश ने जो एनडीए नेताओं और अधिकारियों को खुश करके जो अरबों की अकूत संपत्ति जमा की है, उसको जब्त करने की कार्रवाई क्यों नही की गई।