“लोगों ने आरोप लगाया कि काफिले के लोग घायलों को बीच सड़क पर तड़पता देख वहां से निकल गए।”
गुमला (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। भरनो थाना के रांची-गुमला एनएच 43 पर पारस नदी के समीप ट्रक और ऑटो के बीच सीधी टक्कर में ऑटो सवार 12 लोगों की मौत और चार के घायल होने के बाद घटनास्थल पर पुलिस और मीडियाकर्मी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने में जुटे थे।
इसी दौरान स्थानीय सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत का काफिला वहां से गुजर रहा था।
तभी घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए घटनास्थल पर मौजूद लोग और पुलिस कर्मियों ने हाथ देकर काफिले को रोकने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवरों ने गाड़ी नहीं रोकी।
इस बाबत मंत्री भगत का कहना है कि इस घटना की जानकारी मुझे नहीं थी। जानकारी रहती तो नहीं रुकने का कोई प्रश्न ही नहीं था। रांची पहुंचने पर किसी ने फोन पर घटना की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुमला के भरनो में हुई सड़क दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जताते हुए घायलों के बेहतर इलाज का निर्देश दिया है।
उन्होंने जिला प्रशासन के अफसरों से बातचीत करते हुए कहा कि इलाज में किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।
रिम्स में घायलों के बेहतर इलाज के लिए उन्होंने कांके के विधायक डॉ. जीतू चरण राम को रिम्स भेजा।
झारखंड विधान सभा के स्पीकर डॉ. दिनेश उरांव ने गहरी संवेदना व्यक्त की है उन्होंने कहा है कि वह इस घटना से काफी दुखी है ईश्वर सभी मृतकों के परिजनों को इस दुख को सहने की ताकत दे उन्होंने घायल लोगों की चिकित्सा पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश संबंधित अफसरों को दिया है।