“बिहार शरीफ नगर निगम स्मार्ट सिटी में शामिल हो गया है। यहां के अधिकारी एवं कर्मचारी नित्य दिन नई नई योजनाये बनाने में मशगूल हैं। वहीं दूसरी ओर आम लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (संजय कुमार)। इन दिनों नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ नगर का पारा 40 डिग्री से अधिक हो गया है। इस भीषण गर्मी से नगर के लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। इसके साथ ही नगर में घूमने वाले लावारिस गाय एवं साढ़ तथा कुत्ते पीने के पानी के लिए छटपटा रहे हैं।
नगर के कई ऐसे मोहल्ले हैं, जहां लोग रात जगा कर पीने का पानी का इंतजाम करते हैं। नगर में कई स्थानों पर कूड़ा फेंकने का स्थान है। वहां दिन भर लावारिस गाय एवं साढ़ कूड़े के ढेर में अपना भोजन तलाश करते नजर आते हैं।
इन लावारिस जानवरों को कूड़े के ढेर से तो खाना मिल जाता है। परंतु पीने के पानी इधर उधर भटकते नजर आते हैं
इन लावारिस गाय एवं के लिए ना, तो नगर निगम ने नगर के कोई भी स्थान पर पीने का पानी हेतु टब कि व्यवस्था कि है और न ही गौ माता के नाम पर बवाल करने वाले लोगों द्वारा।
देश में गौ माता के नाम पर राजनीति करने वालों की कमी नहीं है, परंतु गौ माता के कल्याण हेतु कोई आगे नहीं आ रहा है।
लावारिस गाय दिन भर कूड़े के ढेर में भोजन की तलाश में चिमकी सहित खा जाती है। खाना तो किसी प्रकार मिल जाता है। परंतु पानी के लिए दिनभर गाय इधर उधर छटपटाती रहती है।
बिहार शरीफ नगर निगम द्वारा इन लावारिस जानवरों को पकड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता है। कभी कभार तो जानवर हिंसक होकर राहगीरों पर हमला कर देती है।
इस प्रकार के घटनाएं की घटनाएं माह में एक दो बार हो ही जाती हैं। बताया जाता है कि 90 वर्षीय एक व्यक्ति को साढ़ ने धक्का मार दिया था। वह वृद्ध व्यक्ति का कमर टूट गया। ऑपरेशन के बाद चार माह बेड पर ही पड़े रहे। बेड पर ही रहते- रहते वे इस संसार को छोड़ चले गए।
इस संबंध में नगर आयुक्त का रटा रटाया जवाब आता है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। परंतु कोई कार्रवाई नहीं की जाती है।