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    Friday, November 15, 2024
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      बिना माय-बाप के चल रहा है नगरनौसा प्रखंड शिक्षा कार्यालय

      सीएम नीतिश कुमार के गृह क्षेत्र में बदहाल है शिक्षा व्यवस्था ! दो बर्षो से प्रतिनयुक्ति के सहारे चल रहा है प्रखंड शिक्षा कर्यालय ! एक लेखापाल व तीन बीआरजी ही है यहां सब कुछ ! वर्तमान में प्रतिनियुक्त बीईओ का यहां दर्शन दुर्लभ !

      नगरनौसा । पूरे विश्व को अपनी शिक्षा के रौशनी से जागृत करने वाला बिहार आज खुद अपनी गिरती शिक्षा स्तर के बदहाली की दशा झेल रहा है। एक समय था जब बिहार के प्रतिभा को दूसरे प्रदेश के लोग लोहा मानते थे। लेकिन आज वही शिक्षा व्यवस्था पर खड़ा हो रहे सवालिया निशान चिंता का बिषय बन चुका है। विद्यालय से लेकर स्थानीय पदाधिकारी तक शिक्षा स्तर को बढ़ाने के लिये दिन-रात मेहनत विद्यार्थियों के प्रति किया करते थे। सरकार भी बच्चों के मौलिक अधिकार में शामिल शिक्षा को बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने को ले कृतसंकल्प था। लेकिन आज सरकार से लेकर शिक्षक तक  शिक्षा के स्तर को गिरा रहे है।

      प्राथमिक शिक्षा ही बच्चों के शिक्षा का नींव होती है। जब तक बच्चों के शिक्षा का नीव मजबूत नही होगा, तब तक बच्चे अपने मंजिल को हासिल नही कर पाते।

      कुछ ऐसे ही हालात नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड में शिक्षा व्यवस्था की है। यहाँ पिछले दो बर्षो से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नही होने से प्रखंड प्रखंड मुख्यालय से लेकर प्रखंड क्षेत्र के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में स्थित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक मन के मालिक हो गए है। जब मन होगा तब स्कूल जायेगे। जब मन होगा तब विद्यालय बंद कर घर चले जायेंगे। उन्हें बच्चों के पढ़ाई से कोई वास्ता नही । जब अपनी मानदेय बढ़ाने की बात होगी तो नियोजित शिक्षक विद्यालय बंद कर हड़ताल पर चले जाते है। सब व्यवस्था भगवान भरोसे।

      प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नही रहने से विद्यालयों का सही मॉनिटरिंग नही हो पा रहा है। नाम नही छापने के शर्त पर प्रखंड शिक्षा कार्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी ने बताया कि 21सितम्बर 2015 को तत्कालीन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नन्दन प्रसाद के तबादला हो जाने के बाद करायपशूराय प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी बालमुकुंद प्रसाद को अतिरिक्त नगरनौसा प्रखंड का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। लेकिन कुछ ही महीनों में वे आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार होने से पुनः प्रखंड में शिक्षा पदाधिकारी का पद खाली हो गया । चंडी के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विंदु कुमारी को अतिरिक्त प्रभाब दिया गया । लेकिन वे भी महीना में तीन चार दिन ही प्रखंड संसाधन कार्यालय आती है ।

      वर्तमान में अभी प्रखंड क्षेत्र के  कुल 73 प्राथमिक व मध्य विद्यालय में कुल 15 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ाई करने आते है लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नही होने कार्यो का निष्पादन समय पे नही हो रहा है। प्रखंड संसाधन केंद्र में सिर्फ़ एक लेखपाल आशीष कुमार, तीन बीआरजी शशिभूषण प्रसाद, विवेकाचंद्र कुमार, विनोदानंद होने से आये दिनों कार्यालय के कार्यो के निपटारा करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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