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पिंकी प्रसाद ने नालंदा पुलिस को दिलाई बड़ी सफलता, यूं दबोचे गए हथियारबंद 6 लोग, बड़ी अनहोनी टली

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 “बीते मंगलवार दिन नालंदा थाना के बेन थानाध्यक्ष पिंकी प्रसाद की दिलेरी और तत्परता से पुलिस को भारी सफलता मिली और एक बड़ी अनहोनी की आशंका टल गई….”

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। बेन पुलिस ने सड़क निर्माण कार्य में जुटी आरसीएम कंपनी कैंप से दो राइफल,एक दोनाली बंदुक, एक ऑटोमेटिक पिस्टल, 30 जिंदा कारतूस समेत 6 लोगों को दबोचने में भी कामयाबी हासिल की है। गिरफ्तार सभी लोगों को जेल भेज दिया गया।

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बेन थानाध्यक्ष पिंकी प्रसाद (फाइल फोटो)

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 4 मार्च,19 को करीब 1.50 बजे बेन थानाध्यक्ष पिंकी प्रसाद के सरकारी मोबाईल नबंर पर एक व्यक्ति ने यह सूचना दी कि कुछ हथियारबंद लोग उसरीपर गांव स्थित आरसीएम कैंपका सामान जबरदस्ती लेने आए हुए हैं।

इस सूचना के सत्यापन के बाद त्वरित कार्रवाई करने हेतु खुद थानाध्यक्ष अपने सशस्त्र बल पियूस नंदन (1290), बबलु कुमार सिंह (1333) एवं बबलु कुमार (1315) के साथ वरीय अफसरों को सूचना देते हुए शिकायत स्थल की ओर निकल पड़ी।

जब थानाध्यक्ष करीब 14.10 बजे आरसीएम कार्यालय पहुंची तो देखी कि कुल 6 लोग एक कमरे में हथियार के साथ बैठे हुए हैं, जो पुलिस बल को देखते ही हड़बड़ा कर भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन पुलिस ने सबों को दबोच लिया।

दबोचे गय़े लोगों में कैमूर जिला के रामगढ़ थाना के दुगुनपुरा गांव निवासी रामबच्चन पांडये का पुत्र संजय पांडेय की कमर बंद  बेल्ट से 7.65 एमएम 16 राउंड गोली, एक मैगजीन में 7.65 एमएम की 4 गोली लोडेड ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद किया। जिसके एक तरफ आरपी135703 सीएसएफ इन 2008 एवं दूसरी तरफ जीएसएफ आशानी लिखा हुआ है।

दूसरा बक्सर जिला के मुफ्फसिल थाना के मेहसी गांव निवासी स्व. श्री रामनारायण सिंह का पुत्र जयप्रकाश सिंह है। उसके पास से एनपी बोर राइफल नंबर 95एबी1746 जिसके मैंगजीन में 5 राउंड गोली, जिसके पेंदे पर 8 एमएम लिखा हुआ तथा पैंट के वबाएं पॉकेट से पिस्टल नंबर आरपी 135703 का लाईसेंस नबंर-904/06 प्राप्त हुआ।

तीसरा बक्सर जिले के मुफ्फसिल थाना के मेंहसी गांव निवासी स्व. श्री नारायण सिंह के पुत्र इन्द्रासन सिंह के पास डीबीबीएल गन नंबर 7401592 लोडेड, एक गोली तथा बल के कमर में 4 गोली भरा हुआ बरामद हुआ, जोकि सिर्फ भोजपूर जिला के लिए मान्य है।

वहीं उतर प्रदेश के गाजीपुर जिले भावंरपुर थाना के खरडीहा गांव निवासी चन्द्रनाथ राय के पुत्र मनीस राय के पास से राइफल एनपी बोर नंबर एबी056193, जिसके मैंगजिन में 8एमएम की 05 गोली भरा हुआ तथा कमरबंद 02 गोली के साथ पैंट के दाहिने पॉकेट से एनपी बोर राइफल नबंर एबी056193 का लाइसेंस नंबर 460/05 बरामद हुआ।

आलावे जिला कैमूर के चैनपुर थाना के डुमरवोन गांव निवासी स्व. केशरी सिंह यादव के पुत्र धर्मेंद्र यादव के बाएं पॉकेट से एमपी बोर राइफल नंबर-95एबी1746 का लाइसेंस नबंर 45/94 बरामद हुआ।

इनके साथ कैमूर जिले के अघोरा थाना के डुमरमोन गांव निवासी रुपदेव सिंह के पुत्र कलेश्वर सिंह भी मौजूदगी के कारण दबोचा गया।जिसके संबंध में उपरोक्त लोगों से वैध कागजात की मांग की गई तो पता चला कि संजय पाण्डेय की कमर से बरामद हथियार का लाइसेंस जयप्रकाश सिंह के नाम से है एवं जय प्रकाश सिंह के पास से बरामद राइफल बक्सर जिला-थाना के मेंहसी गांव निवासी श्रीनारायण सिंह के पुत्र श्रीकांत सिंह के नाम से है एवं इन्द्रसन सिंह के पास से वरामद हथियार इनके नाम से है। लेकिन यह सिर्फ भोजपूर जिले लिए ही वैध है।

वहीं मनीष सिंह के पास से बरामद राइफल एवं गोली बक्सर मुफ्फसिल थाना के मेहसी गांव निवासी अक्षवर सिंह के पुत्र धर्मकुमार सिंह के नाम से है। धर्मेंद्र यादव के पास से बरामद हथियार बक्सर मुफ्फसिल थाना के श्री नारायण सिंह के पुत्र श्रीकांत सिंह का निकला।

पुलिस को किसी भी आरोपी ने पुछताछ के क्रम में संतोषजनक उतर नहीं दिया। इसके बाद पुलिस ने सबों को बिना लाइसेंस का हथियार रखना, हथियार को सीमा क्षेत्र से बाहर लाना-ले जाना, हथियार से किसी को धमकी देना, धारा 387 भादवि तथा 25 (1बी)/ 26/30(ए)/35 शस्त्र अधियिनम के तहत संज्ञेय अपराध मानते हुए जेल भेज दिया।

पुलिस पड़ताल में ये बात सामने आई है कि धराए सभी आरोपी मिलेनियम कंपनी से जुड़े हैं, जो नालंदा-इस्लामपुर फोरलेन सड़क निर्माण कंपनी आरसीएम के कार्य पेटी कॉन्ट्रक्ट पर कर रही है।

कहा जाता है कि दोनों कंपनी के बीच आपसी लेनदेन का विवाद चला आ रहा था। आरसीएम कंपनी अपने सहयोगी मिलेनियम कंपनी का हिसाब-किताब किये बिना बेन थाना के उसरीपर गांव स्थित कैंप से अपना बोरिया बिस्तर समेटने में जुटी थी।

इसी बीच मिलेनियम कंपनी के लोग हथियारबंद होकर गैरकानूनी ढंग से आ धमके। इसकी सूचनी आरसीएम कंपनी वाले ने बेन थानाध्यक्ष के सरकारी नंबर पर दी।

उसके बाद बेन थानाध्यक्ष ने शिकायतकर्ता को यह चेतावनी देते हुए मात्र तीन सशस्त्र बल के साथ खुद स्थल पर पहुंच गई कि अगर सूचना झूठी निकली तो नहीं छोड़ेंगे।

लेकिन सूचना सही निकली और उन्होंने दिलेरी दिखाते हुए किसी प्रकार की कोई अनहोनी होने के पहले अपनी सूझबूझ से मौके पर सभी हथियारबंद लोगों को दबोच लिया।

बेन पुलिस को मिली इस बड़ी सफलता की सूचना मिलते ही नालंदा एसपी नीलेश कुमार, एएसपी सह राजगीर डीएसपी प्रभारी अजय कुमार, सर्किल इंसपेक्टर मनोज सदल-बल पहुंचे और थानाध्यक्ष का हौसलाअफजाई करते हुए समुचित कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

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