” सेमिनार में कांग्रेस व वाम दलों सहित विपक्ष के सभी वरिष्ठ नेता शामिल रहेंगे। कार्यक्रम में विपक्षी एकता के बड़े प्रदर्शन की उम्मीद है। इसमें नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाने के फैसले का विरोध किया जाएगा।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। बिहार के सीएम नीतिश कुमार (जदयू) के अचानक भाजपा नीत राजग में जाने के फैसले से बिचलित पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव दिल्ली में सांप्रदायिकता के खिलाफ सेमिनार करेगें।
बता दें कि नीतीश कुमार के एनडीए के साथ नई सरकार बनाने के फैसले से जदयू के एक धड़े में असंतोष है। पार्टी के कारीब एक दर्जन वरीय नेताओं ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि भाजपा के साथ गठबंधन में प्रावधानों की अवहेलना की गई है।
उन्होंने लिखा है कि 2013 में भाजपा से नाता तोड़ने का अंतिम निर्णय करने के लिए शरद यादव व नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया था। ऐसा कुछ इस बार नहीं किया गया। इन पार्टी नेताओं ने जदयू नेशनल काउंसिल की बैठक बुलाकर भाजपा से गठबंधन के फैसले में सुधार की मांग की है।
इन नेताओं में तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, गुजरात तथा राजस्थान के पार्टी प्रमुख शामिल बताए जा रहे हैं।
सबसे बड़ी बात कि बिहार में महागठबंधन की सरकार टूटने और नीतीश कुमार के एनडीए में जाने से शरद यादव ने खुले तौर पर महागठबंधन की सरकार गिरने को दुखद बताया है।
उनके आलावे पार्टी के राज्यसभा सांसद वीरेंद्र कुमार और अली अनवर भी नीतीश कुमार के फैसले से नाराज हैं। वहीं पार्टी मुखिया व सीएम नीतीश कुमार पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं।