यत्र तत्र सर्वत्र सुनी हुई आवाजें कि बिहार राज्य की शिक्षा व्यवस्था रसातल में चली गयी। कुछ ऐसा ही चरितार्थ करते हुए नगरनौसा प्रखंड प्रभारी बीईओ ने पंचायत शिक्षिका को स्कूल से बीआरसी और बीआरसी के बहाने आराम फरमाने का खुली छूट दे रखी हैं।
ज्ञात हो कि नालन्दा जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सूचना जारी कर पत्रांक 07 विविध 35/15 अंश’क’ 1668 दिनांकः 22/09/2016 के आलोक में शिक्षकों को गैर शिक्षण कार्य मे प्रतिनियुक्त नही किया जाना है।
साथ ही यह निर्देश भी है कि उक्त आदेश का अनुपालन तीन दिनों के अंदर करना सुनिश्चित करें। लेकिन इन आदेशों का नगरनौसा बीईओ के ऊपर कोई असर नहीं हुआ।
बताते चलें कि नगरनौसा बीईओ ने पत्रांक-83/ 18 दिनांकः 24/4/2018 द्वारा ज्योति कुमारी की प्रतिनियुक्ति बीआरसी नगरनौसा में कर दिए। मजे की बात यह है कि ठीक दिनांकः 24/4/2018 को ही उक्त शिक्षिका का नगरनौसा बीआरसी था तो छुटी के लेटर का क्या ?
दूसरी बात जब उक्त शिक्षिका, जिसे नगरनौसा बीईओ ने दिनांकः 24/4/2018 को बीआरसी में प्रतिनियुक्त कर दिया तो वही शिक्षिका पुनः दिनांकः 25/4/2018 को विद्यालय में ड्यूटी करती पाई जाती हैं, जो किसी के भी गले नही उतरेगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त शिक्षिका बीआरसी में भी कभी कभार नजर आती हैं। बाकी दिन कहाँ रहती हैं, यह स्पष्ट बताने से हर बीआरसी के बाबू लोग बचते नजर आ रहें हैं।