चंडी (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। नालंदा जिले के हरनौत विधानसभा के चंडी स्थित नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रावास में कल विषाक्त भोजन खाने से 44 छात्र-छात्राएं फूड प्वाजनिंग का शिकार हो गये थे। आज वहां के छात्रों ने कॉलेज में साफ सफाई एवं जरुरी सुविधा को लेकर जमकर हंगामा किया। हंगामा कर रहे छात्र-छात्राएं “छात्रों में शोर है, सीबी महतो चोर है, सीबी महतो बाहर निकालो” जैसे नारे लगा रहे थे।
बता दें कि नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य सीबी महतो हैं और उनके कार्यकाल में आये दिन छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं को लेकर हंगामा करते रहे हैं। लेकिन हर बार आश्वासन की घूंटी पिला कर छात्र-छात्राओं को शांत कर दिया जाता है। मोटी फीस राशि वसुलने के बाबजूद कभी समस्या समाधान की दिशा कोई ठोस कदम नहीं उठाये जाते।
चंडी थाना प्रभारी राम बदन राय ने बताया कि नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्र-छात्राएं अंदरुनी समस्याओं को लेकर हंगामा कर रहे थे, जिन्हें समझा-बुझा कर शांत कर दिया गया है।
नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज प्रशासन से छात्र-छात्राओं की मांग है कि कॉलेज व होस्टल के हर फ्लोर पर कम से कम एक आरओ फिल्टर की व्यवस्था हो तथा उसकी प्रति माह नियमित जांच हो। हॉस्टल में टीडीएस मशीन उपलब्ध कराई जाये।
ज्ञापन के अनुसार कॉलेज में फर्स्ट ऐड बॉक्स की सुविधा तक उपलब्ध नहीं है। एंबुलेंस नहीं है। यहां 24 घंटे बिजली नहीं रहती। कैंपस में कैंटींन सुविधा उपलब्ध नहीं है।
इस संबंध में नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य सीबी महतो ने एक्सपर्ट मीडिया न्यूज को बताया कि इस बार छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लिया गया है। कल की घटना से वे काफी मर्माहत है। कुछ तात्कालिक समस्याओं को तुरंत ठीक कर लिये जायेगा और जो समस्याएं दीर्घकालिक हैं, कॉलेज प्रशासन ने गंभीरता से संज्ञान लिया है।
प्राचार्य ने बताया कि कल की फूड प्वाजनिंग की घटना के बाद हॉस्टल मेस भेंडर को हटा दिया गया है। उसमें उसकी लापरवाही सामने आई है। उसके खिलाफ कानून कार्रवाई की प्रक्रिया अपनाई जायेगी।
हालांकि श्री महतो ने स्वीकार किया कि कल जिस तरह की घटना हुई है, उसकी नैतिक जिम्मेवारी उनकी भी बनती है। शुक्र है कि समय रहते सब कुछ नियंत्रित हो गया। यह घटना उनके लिये एक बड़ा सबक है। आगे उनका हरसंभव प्रयास होगा कि इस तरह की घटना न हो और छात्रों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।