एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। पलामू जिले के छतरपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष द्वारा ग्रामीणों के बीच एक नाबालिग जोड़े सार्वजनिक तौर पर मजाक उड़ाते हुए कराई गई जबरिया शादी मामले पर प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है।
छतरपुर एसडीओ भोगेन्द्र ठाकुर ने घटना की पुष्टि करते हुए एक्सपर्ट मीडिया न्यूज से कहा कि उन्होंने सूचना मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी के साथ गांव जाकर मामले की पड़ताल की है। आधार कार्ड के अनुसार लड़की नाबालिग है। उसकी उम्र 16 साल साबित हुआ है। लेकिन लड़का की उम्र की सत्यता की पुष्टि नहीं हो पाई है, क्योंकि उसकी आयु से संबंधित कोई दस्तावेज सामने नहीं आया है।
एसडीओ ने आगे कहा कि प्रथमदृष्टया वीडियो की सत्यता एवं भौतिक स्थल की पड़ताल के आधार पर छतरपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष सह जेवीएम नेता मोहन जायसवाल औऱ नगर के उपाध्यक्ष सुभाष मिश्रा समेत नाबालिग शादी में उपस्थित ग्रामीणों को चिन्हित कर थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है और पुलिस को मामले की गंभीरता को देखते हुए गहराई से अनुसंधान करने के निर्देश दिया गया है।
इसके पूर्व इस घटना की बाबत पलामू के डीसी शान्तनु कुमार अग्रहरी ने जानकारी देने पर एक्सपर्ट मीडिया न्यूज को बताया कि वे अभी छुट्टी कहीं बाहर आए हुए हैं। उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। अगर ऐसी बात है तो वे इस कड़ी जांच कार्रवाई करेगें। वे तुरंत खुद अपने स्तर से जानकारी लेते हुए आगे उन्होंने छतरपुर एसडीओ से जानकारी लेने को कहा।
इसके कुछ देर बाद श्री अग्रहरी ने बताया कि छतरपुर एसडीओ द्वारा घटना के सत्यापन के बाद शामिल असमाजिक तत्वों के खिलाफ आज सुबह संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है।
वीडियो में यह भी स्पष्ट है कि छतरपुर नगर पंचायत के सड़मा गांव में कुर्सी पर अध्यक्ष मोहन जायसवाल बैठे हुए हैं, वहीं यह शादी कथित वैदिक मंत्रोचारण के साथ मजाक उड़ाते हुए नगर के उपाध्यक्ष सुभाष मिश्रा ने ही कराई है।
दोनों नव निर्वाचित प्रतिनिधि जेवीएम के जिला स्तरीय नेता भी हैं, ऐसे में सवाल बेहद गंभीर हो उठा था कि कि इन नाबालिगों की शादी का कसूरवार कौन है?
जहां इस जबरन शादी की रस्म निभाई जा रही थी, वह जगह थाने से महज 3 किमी की दूरी पर स्थित है, लेकिन तब पुलिस-प्रशासन को जानकारी के बाबजूद इस तरह की असमाजिक गुंडई को रोकने की कोई कोशिश नहीं की गई।
लेकिन, वायरल वीडियो देखते ही एसडीओ भोगेन्द्र ठाकुर ने इसे गंभीरता से लिया और फौरिक जांच-कार्रवाई की, जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।