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    Sunday, November 24, 2024
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      नए पटना प्रमंडलीय आयुक्त पर हैं 6 गंभीर केस, हाईकोर्ट से ले रखा है एंटिसिपेटरी बेल

      जदयू-भाजपा नीत नीतीश सरकार द्वारा पटना प्रमंडलीय आयुक्त बनाये गये रॉबर्ट लालचुंगनुंगा चुंग्थू इन दिनों सचिवालय महकमे में खासे चर्चा के विषय बन गये हैं। अपराधिक सांठ-गांठ समेत 6 गंभीर मामलों के आरोपी और जमानत पर जेल से बाहर श्री चुंग्थू को ऐसे अहम पद पर पदास्थापित कर दिया जाना सुशासन की नीति पर भी सीधे सबाल उठाने वाले हैं……”

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। इन दिनों आईएस रॉबर्ट लालचुंगनुंगा चुंगथू आईपीसी की धारा 109, 419, 420, 467, 468, 471 और 120 बी के अलावा आर्म्स एक्ट 30 जैसे गंभीर मामलों का सामना कर रहे हैं।

      रॉबर्ट लालचुंगुंगा चुंगथू को बिहार सरकार ने 28 अगस्त को आनंद किशोर को हटा कर पटना का कमिशन मुकर्रर किया है। राजधानी पटना समेत भोजपुर, रोहतास, कैमूर, नालंदा, बक्सर जिलों के कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेंगे।

      एक न्यूज वेबसाइट के अनुसार लालचुंगनुंगा चुंगथू पर जो आधा दर्जन मामले चल रहे हैं हैं। उन पर  फौर्जरी, धोखाधड़ी और यहां तक की क्रिमिनल्स से सांठ-गांठ तक करने के गंभीर आरोप हैं।

      इन मामलों में लालचुंगनुंगा चुंगथू ने पटना हाई कोर्ट से एंटिसिपेटरी बेल ले रखा है। इसके एवज उन्होंने दस हजार रुपये का मुचलका भी भरा है। ये मामले 2004 के हैं, जब चुंगथू डीएम थे।

      तब क्रिमिनल्स इंसवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) ने पाया था कि चुंगथू ने अपने पद का दुरोपयोग कर और कानूनी प्रावधानों की धज्जी उड़ाते हुए अपराधियों को आर्म्स लाइसेंस जारी कर दिया था।

      जांच में यह बात भी सामने आयी थी कि चुंगथू के उस अपराधी से निकट संबंध थे। इस तरह कानून के रखवाले चुंगथू ने कानून की धज्जी उड़ाने वाले दुर्दांत अपराधी की मदद की थी। इतना ही नहीं चुंगथू पर भ्रष्टाचार के भी आरोप हैं।

      इन मामलों में चुंगथू के खिलाफ लीगल एक्शन लिया गया था और उन पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया था। स्थानीय अदालत ने इस गंभीर मामले में चार सप्ताह के अंदर गिरफ्तार या खुद सरेंडर करने का आदेश दिया था। इसी बीच चुंगथू ने 3 सितम्बर 2015 को पटना हाई कोर्ट से एंटिसिपेटरी बेल लिया था।

      चुंगथू को पटना प्रमंडल का कमिशनर ऐसे समय में बनाया गया है, जब राज्य में कानून व्यस्था की स्थिति बिल्कुल चरमरा गई है।

      हाल ही में सरकारी आंकड़ों में यह खुलासा हुआ है कि राज्य में बलात्कार और हत्या के मामले में भयावह वृद्धि हुई है। एक वर्ष में अपराध में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है जबकि बलात्कार के मामले 23 प्रतिशत बढ़े हैं।

      ऐसे में चुंगथू जैसे दागी अफसर को पटना का कमिशनर बना कर छह जिलों के कानून व्यस्था की जिम्मेदारी सौंपने के मामले में हंगामा खड़ा हो सकता है।

      गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर और पटना समेत अनेक शेल्टर होम में बलात्कार, हत्या और भ्रष्टाचार जैसी भयावह घटनाओं से शर्मशार बिहार में चुंगथू को यह बड़ी जिम्मेदारी कानून का राज स्थापित करने के प्रयास के रूप में दी गयी है।

      रॉबर्ट एल चुंगथू मेघालय के शिलांग के रहने वाले हैं। वह सहरसा के डीएम के अलावा भागलपुर के प्रमंडलीय आयुक्त रह चुके हैं। बीते दिनों उन्हें आनंद किशोर की जगह पटना का आयुक्त नियुक्त किया गया है।

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