एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। एक तरफ जहां बिहार के सीएम नीतिश कुमार प्रांत में सुशासन और पारदर्शिता का दावा करते हैं, वहीं उनके गृह जिले नालंदा में प्रशासनिक अधिकारी हरेक दावों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं।
भारतीय निर्वाचन आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट http://eci.nic.in/eci/eci.html पर लोकसभा, विधानसभा समेत अन्य चुनावों को लेकर सभी प्रत्याशियों के नॉमिनेशन फार्म व शपथ पत्र जनहित में डाले गये हैं, ताकि देश की जनता अपने जनप्रतिनियों के बारे में जान सकें।
लेकिन जब आप नालंदा जिले की सूचनाओं की जिज्ञासावश इस बेबसाइट के जरिये कनिडेंट मीनू के लिंक टू कनिडेट एफीडेविट http://eci.nic.in/affidavits/AFF_AEFeb2005/Bihar/ACList.htm के जरिये बिहार निर्वाचन आयोग की अधिकृत वेबसाइट पर पहुंचेगें और उसमें दर्ज लिंक पर क्लिक करेगें तो नालंदा जिला प्रशासन की अधिकृत http://nalanda.bih.nic.in/ साइट खुलेगी।
इस साइट पर सिर्फ वर्ष-2015 के प्रत्याशियों की जानकारी मिलेगी, वह भी आधी-अधुरी। वर्ष जनवरी, 2010 की कोई जानकारी नहीं दी गई है। इसके पूर्व वर्ष 2005 के आम विधान सभा चुनाव के प्रत्याशियों की जानकारी में काफी घोर-मठ्ठा किया हुआ मिलेगा।
बहरहाल, भारतीय निर्वाचन आयोग से जुड़े http://nalanda.bih.nic.in/ के संबंध में सबसे दिलचस्प बात यह है कि दो दिन पहले इस साइट पर नालंदा के चुनावी प्रत्याशियों की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी।
इस संबंध में जब बिहारशरीफ अनुमंडल पदाधिकारी से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान सारे प्रत्याशियों की जानकारी अच्छी तरह से स्कैन कर अधिकृत साइट पर डलवा दी जाती है। उसके बाद की तकनीकि त्रुटियों पर वे कुछ नहीं बता सकते। जिला निर्वाचन कार्यालय ही कुछ स्पष्ट कर सकता है।
इसके बाद जब जिला मुख्यालय बिहारशरीफ स्थित निर्वाचन कार्यालय से संपर्क साधा गया तो वहां के एक बड़ा बाबू ने बताया कि पिछले एक साल से उन्हें इस तरह की शिकायतें मिल रही है। इस तरह की त्रुटियों पर जिला निर्वाचन अधिकारी ही कुछ बता सकते हैं।
इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने बातचीत में बताया कि वर्ष 2016 में भारतीय निर्वाचन आयोग के एक पत्र के आलोक में प्रत्याशियों से जुड़ी जानकारी हटा ली गई है ताकि उसमें दर्ज विवरण लीक न हो।
इस सबाल पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी बिल्कुल निरुत्तर होते हुये किसी जिला विज्ञान पदाधिकारी का मोबाईल नंबर उपलब्ध कराते हुये विशेष उनसे जानकारी लेने की बात कही।
इसके बाद कथित जिला विज्ञान पदाधिकारी ने मोबाईल-संपर्क में बताया कि अभी बिहार राज्य निर्वाचन आयोग की साइट अपडेट का काम जारी है, इसलिये ये समस्या उत्पन्न हुई है। इसे जल्द ही ठीक करा लिया जायेगा।
जब एक्सपर्ट मीडिया न्यूज की ओर से बताया गया कि बात किसी प्रत्याशी विशेष की जानकारी डाउनलोड करने की नहीं बल्कि, भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा निर्देशित पारदर्शिता के प्रकटीकरण का है तो उनका कहना था कि इसके आलावे वे कुछ नहीं कर सकते।
यह दीगर बात है कि उक्त बात-चीत के बाद फिलहाल आधी-अधुरी ही सही, प्रत्याशियों की जानकारी के लिंक एक्टिव है। जिसे खोल कर नालंदा जिले में जिम्मेवार निर्वाचन कर्मियों और घाघ चुनावी प्रत्याशियों की मिलीभगत के खेला का अवलोकन किया जा सकता है।