“ मुजफ्फरपुर शहर के पॉश ईलाके में संचालित बालिका गृह मामले में तेजस्वी यादव ने सीबीआई जांच को लेकर सीएम नीतीश कुमार कड़ा हमला किया है।”
तेजस्वी ने इस मामले पर एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए ट्वीट किया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर जमकर हमला बोला।
तेजस्वी ने ट्वीट किया-
‘ऐसा नरपिशाच और दरिंदा बलात्कारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दुलारा है, आंखों का तारा है, सुशील मोदी का सितारा है, तभी तो नीतीश कुमार हाईकोर्ट मॉनिटर्ड सीबीआई जांच की मंज़ूरी नहीं दे रहे है। क्या माजरा है चाचा?’
तेजस्वी ने एक और ट्वीट कर कहा-
‘महागठबंधन के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह बलात्कार कांड की स्थितियों और कारवाई का जायज़ा लेने मुज़फ़्फ़रपुर जा रहा हूं। नीतीश कुमार का बलात्कारीयों साथ क्या संबंध है? क्यों CBI जांच से भाग रहे हैं? क्यों घबरायें हुए है? किसका डर है?’
गौरतलब है कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एक बालिका आश्रय गृह में पूर्व में रह चुकी एक लड़की ने आरोप लगाया था कि उसकी एक साथी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी और उसे परिसर में दफन कर दिया गया एवं कई के साथ बलात्कार किया गया। इन आरोपों के बाद बिहार पुलिस ने जांच शुरु की है और शव को ढूंढ़ने के लिए उन्होंने बालिका आश्रय गृह के परिसर की खुदाई भी की।
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर में सरकार द्वार वित्त पोषित बालिका आश्रय गृह की लड़कियों के यौन शोषण के आरोपों की सीबीआई जांच कराने की बात आज फिर से दोहराई और मांग की कि यह जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में की जाए।
तेजस्वी लगातार इस मामले में हाई कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हम चाहेंगे कि यह जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में हो।’
इससे पहले मुजफ्फरपुर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने कहा, ‘आरोप लगाने वाली एक लड़की ने जिस जगह की पहचान की है, वहां से अभी तक कुछ भी बरामद नहीं हुआ है, जहां पर उस लड़की के आरोप के मुताबिक एक लड़की की पीट-पीट कर हत्या कर उसके शव को दफना दिया गया था।’
उन्होंने कहा, ‘खुदाई बंद कर दी गई है, गड्ढे को भर दिया गया है और वहां से मिले मलबे के नमूने को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया जाएगा।’
मुम्बई के एक संस्थान के सामाजिक ऑडिट में बिहार के इस बालिका आश्रय गृह की लड़कियों का यौन शोषण का मामला सामने आया था, जिसके बाद राज्य के समाज कल्याण विभाग ने पिछले महीने प्राथमिकी दर्ज की थी और इस सिलसिले में दस लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस बालिका आश्रय गृह को चलाने वाले एनजीओ को काली सूची में डाल दिया गया है। इस बालिका आश्रय गृह को सील कर दिया गया है और वहां की लड़कियों को अन्य जिलों के बालिका आश्रय गृहों में भेज दिया गया है।