“लालू प्रसाद रांची से ही बिहार की सियासत पर नजर बनाए हुए थे। उन्होंने रांची गेस्ट हाउस से नीतीश कुमार पर जमकर निशाना भी साधा था।”
पटना (संवाददाता)। राजधानी पटना में लालू आवास पर चल रही राजद विधायकों की बैठक ख़त्म होने के बाद पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाए जाने का फैसला किया गया है।
इससे पहले राजद विधायक दल की बैठक के दौरान लालू आवास पर कांग्रेस नेता भी पहुंचे। इनमें कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, सीपी जोशी, विधानपार्षद दिलीप चौधरी और पूर्व शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी भी पहुंचे।
लालू आवास पर भी शाम से ही भाई वीरेंद्र, शिवचंद्र राम समेत अनेक राजद नेताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी था।
बता दें कि लालू प्रसाद की आज रांची में चारा घोटाला मामले में सीबीआई कोर्ट में पेशी हुई। लालू प्रसाद की पेशी तीन दिनों तक चलने वाली थी लेकिन गवाह नहीं पहुंचने की वजह से कोर्ट ने लालू प्रसाद को पेशी से राहत दे दी। जिसके बाद लालू पटना के लिए रवाना हो गए।
उन्होंने कहा कि अफसोस है कि आज हमारे बीच सच का रास्ता दिखाने वाले गांधी नहीं हैं। गांधी की हत्या इन्हीं नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नाथूराम गोडसे ने की थी और अब उसी नाथूराम गोडसे का मंदिर भाजपा बनाएगी।
लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला और कहा कि नीतीश कुमार ऐसे व्यक्ति हैं कि जिधर देखा खीर उधर ही मुंह करके बैठ जाते हैं। बीजेपी से डायवोर्स हुआ तो हमारे पास आए और हमने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया लेकिन फिर वक्त आते ही बीजेपी की तरफ मुंह करके महागठबंधन को छोड़कर बीजेपी में मिल गए।