” रोहित वर्मा के पैर में जख्म हो गया था। उसे दो दिन पूर्व मोती मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। मगर डाक्टर की गैर मौजूदगी में कम्पाउडंर ही इलाज करता रहा। अन्ततः ऐसी लापरवाही के कारन उसकी मौत हो गयी। “
यही नहीं इस युवक का इलाज डाक्टर की गैर मौजूदगी में कम्पाउंडर कर रहा था।
परिजनों को जब इसकी मौत की जानकारी मिली तो वे लोग अस्पताल पहुंचे और हंगामा करने लगे।
उसके बाद पुनः शव को अस्पताल के भीतर लाया गया। सूचना मिलने के बाद सोहसराय थाना के ए एस आई बी के शर्मा पुलिस बलों के साथ अस्पताल पहुंचे और मामले की तफ्तीश की।
तफ्तीश के दौरान अस्पताल के डाक्टर अवधेश कुमार के मौजूद नहीं रहने की जानकारी मिली।
दरअसल बिहार शरीफ के पंडित गली निवासी सुनील कुमार वर्मा के पुत्र रोहित वर्मा के पैर में जख्म हो गया था।
उसे दो दिन पूर्व मोती मेमोरियल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।
मगर डाक्टर की गैर मौजूदगी में इलाज कम्पाउडंर ही करता रहा। अन्तः लापरवाही के कारन उसकी मौत हो गयी।