रांची। राजधानी में जहरीली शराब से जैप के चार जवान सहित 20 लोगों की मौत का मुख्य आरोपी सह मास्टरमाइंड प्रह्लाद सिंधिया उर्फ प्रह्लाद सिंघानिया को मंगलवार की शाम गिरफ्तार कर लिया गया।
रांची पुलिस की विशेष टीम ने नामकुम थानेदार के नेतृत्व में उसे जमशेदपुर से गिरफ्तार किया। सिंधिया को रांची लाया जा रहा है। उसके खिलाफ नामकुम, डोरंडा सहित कई थानों में नकली शराब बनाने से संबंधित एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।
अभी राजधानी में हुई 20 लोगों की मौत और जहरीली शराब निर्माण व सप्लाई के मामले में प्रह्लाद सिंधिया व उसके भाइयों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई थी। रांची पुलिस के साथ-साथ सीआइडी के अधिकारी भी पूरे मामले की जांच में जुटे हुए थे।
रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के निर्देशन में गठित विशेष टीम सिंधिया भाइयों की तलाश में जुटी थी। इसी बीच गुप्त सूचना मिली कि प्रह्लाद सिंधिया जमशेदपुर में है, जिसके बाद टीम वहां पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
नामकुम का जोरार रहा है सिंधिया का मुख्य अड्डा
नामकुम थाना क्षेत्र का जोरार ही शराब माफिया प्रह्लाद सिंधिया का मुख्य अड्डा रहा है। यहां उत्पाद विभाग के दो दर्जन से अधिक छापे पड़े, लेकिन हर बार प्रह्लाद सिंधिया व उसके भाई फरार हो जाते थे।
जोरार बस्ती में जमीन के नीचे कच्चा माल, ब्रांडेड बोतल, कार्क व लेबल आदि छुपाकर रखा जाता रहा है, जिसका बीच-बीच में खुलासा होता रहा है। प्रह्लाद सिंधिया के किराए के घरों में बने तहखाने के भीतर भी अवैध तरीके से ब्रांडेड बोतलों में नकली शराब की पैकिंग होती थी।
प्रह्लाद सिंधिया कुछ माह पूर्व भी अपने भाई के साथ पकड़ा गया था, लेकिन उत्पाद अधिनियम की कमजोर धाराओं के कारण न्यायालय से जमानत पर बाहर आ गया था। उसपर अवैध तरीके से नकली शराब बनाने के दर्जनभर से अधिक मामले दर्ज हैं।