नालंदा (जयप्रकाश नवीन)। सूबे में भले ही शराब बंदी कानून लागू हो लेकिन, आए दिन इस कानून की धज्जियां उड़ाने में लोग लगे हुए हैं। शराब बंदी का सबसे बूरा हाल सीएम के गृह जिला नालंदा में दिख रहा है। आम लोगों के अलावा नालंदा के जनप्रतिनिधि भी इस कानून को ढेंगा दिखाने में लगे हुए हैं।
अभी कुछ दिन पूर्व राजगीर प्रखंड प्रमुख और उनके साथी भभुआ में शराब पीते गिरफ्तार हुए थे। वह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि जिले में एक ‘टल्ली’ मुखिया और पैक्स अध्यक्ष शराब पीने के आरोप में सलाखो के पीछे जाना पड़ा।
इस बार नालंदा में ही शराब के नशे में धूत एक मुखिया और एक पैक्स अध्यक्ष सहित सात लोग शराब के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ गए। बाकी कुछ लोगों के फरार होने की भी सूचना है।
कहने को तो राज्य में शराब बंदी कानून लागू है। लेकिन इसकी किस तरह धज्जियां उडाई जा रही है, सब जानते हैं। आए दिन जिले में भारी मात्रा में शराब मिलने का सिलसिला जारी है। यहां मेड इन हरियाणा की शराब की बिक्री धड़ल्ले के साथ हो रही है।
यह अलग बात है कि कभी कभार धंधेबाज पकड़े भी जाते है। लेकिन जेल से छूटने के बाद उनका धंधा फिर परवान चढ़ जाता है। जिस राज्य में सीएम जिन पंचायत जनप्रतिनिधियों की बदौलत शराब बंदी कानून राज्य में लागू की थी,वही जनप्रतिनिधि इस कानून को ढेंगा दिखा रहे हैं। भला हो नालंदा पुलिस कप्तान कुमार आशीष का, जिन्होंने जिले में ‘मून लाइट ऑपरेशन ‘ चला रखा है। इसी ऑपरेशन की चपेट में आ गए नालंदा के एक मुखिया और एक पैक्स अध्यक्ष सहित सात लोग जो अब सलाखो के पीछे है।
नालंदा के चंडी थाना क्षेत्र के बढ़ौना पंचायत के मुखिया अनिल कुमार, सिरनावां पंचायत के पैक्स अध्यक्ष अरविंद कुमार के अलावा बढ़ौना गाँव के परमानंद राय, अरविंद कुमार, बिरजू प्रसाद, कुर्था अरवल के सियालाल, खरजमा के मिथलेश कुमार सहित अन्य स्कारपियो तथा बोलेरो से सवार होकर झारखंड के धार्मिक स्थल राजरप्पा पूजा करने गए हुए थे। वापसी में लौटने के दौरान सबने जमकर वही शराब पी तथा अपने एक साथी के लिए शराब की एक बोतल भी खरीद ली थी।
सोमवार रात्रि सभी चंडी लौट रहे थे। तभी नालंदा थाना क्षेत्र में ऑपरेशन मूनलाइट के तहत वाहनों की जांच पड़ताल में मुश्तैद नालंदा थानाध्यक्ष प्रभा कुमारी एक स्कारपियो वाहन को आते देख हाथ देखकर उसे रूकवाया और उसकी तलाशी ली तो वाहन से अंग्रेजी शराब की एक बोतल बरामद हुई।
पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पहले सभी ने सीएम के नजदीकी होने का रौब झाड़ा, लेकिन बाद में पुलिस की सख्ती से उनकी हेकडी खत्म हो गई। पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो गिरफ्तार लोगों में एक मुखिया और एक पैक्स अध्यक्ष का चेहरा सामने आया। इनको छोड़ने को लेकर काफी फोन भी आने लगे लेकिन, मामला मीडिया में तब तक आ चुका था ।
नालंदा पुलिस ने उन सभी का मेडिकल जांच कराया जहाँ सभी में शराब पीने की पुष्टि हुई । पुलिस ने सभी को बिहारशरीफ कारागार भेज दिया है ।