उधर पीएम मोदी गौ रक्षा के नाम पर इंसान को मार डालने पर अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे थे और इधर झारखंड के रामगढ़ में बीफ के नाम पर एक को पीट-पीट कर मार डाला !
इसकी सूचना मिलने के बाद एसपी किशोर कौशल समेत अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। दमकल की गाड़ियां बुलायी गयी। इसके बाद वैन में लगी आग बुझायी गयी। इस मामले को लेकर बजरंग दल व विहिप के लोगों ने शहर में जुलूस भी निकाली। आशंका है कि घटना को अंजाम देने वाले लोग बजरंग दल और विहिप से जुड़े हुये लोग ही थे।
कहा जाता है कि मारुति वैन चितरपुर से नईसराय जा रही थी। वैन में दो लोग सवार थे। इस बीच मांस होने की सूचना पर कुछ लोगों ने जिला मैदान के समीप वैन को पकड़ लिया। चालक को पकड़ कर उसकी जमकर पिटाई कर दी।
बकौल डीआइजी भीमसेन टूटी, घायल चालक को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गयी।
घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है। हालात को देखते हुए रामगढ़ जिले के विभिन्न थाना समेत हजारीबाग व बोकारो जिले से अतिरिक्त पुलिस बल मंगाया गया।
डीआइजी ने बताया कि चालक को पीटने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। सभी पर प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जायेगी। देर रात तक डीआइजी खुद रामगढ़ थाने से मामले की मॉनिटरिंग कर रहे थे।
सूचना मिलने के बाद उपायुक्त राजेश्वरी बी, एसडीओ अनंत कुमार भी रामगढ़ थाना पहुंचे। मामले की जानकारी ले आवश्यक निर्देश दिया।
मृतक की पत्नी मरियम खातून के आवेदन पर रामगढ़ थाना में दीपक मिश्रा, छोटू वर्मा, पप्पू यादव, सुजीत सोनकर, मोजन ठाकुर, नागेंद्र मुंडा, बीजू गोयनका, नित्यानंद महतो, छोटू राणा, संतोष सिंह, विजय सिंह उर्फ टुंडा, आलोक बेरलिया के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।
चालक अलीमुद्दीन के शव का रात 9.30 बजे रिम्स में पोस्टमार्टम किया गया। इसके बाद शव लेकर पुलिस मनुआ गांव पहुंची। लेकिन घरवालों ने लेने से इनकार कर दिया। पुलिस को विरोध का भी सामना करना पड़ा।
इसके बाद पुलिस की पहल पर आजसू, कांग्रेस सहित अन्य दलों के नेता शव लेकर मनुआ गांव गये। माहौल को देखते हुए गांव के बाहर ही एसपी रुक गये। जनप्रतिनिधियों ने अलीमुद्दीन के परिजनों को समझा कर शव लेने का अनुरोध किया, पर वे नहीं माने। इसी बीच, ग्रामीणों ने नेताओं के वाहनों पर पथराव कर दिया।
अलीमुद्दीन की मौत से गुस्साये परिजन व लोगों ने थाना चौक व दामोदर पुल के पास रात 9।50 बजे जम कर हंगामा किया। लोगों ने दर्जनों वाहनों के शीशे तोड़ दिये। राहगीरों से हाथापाई भी की। डीआइजी भीमसेन टुटी ने भारी संख्या में पुलिस तैनात होने की बात कही थी। बावजूद इसके थाना से महज कुछ मीटर की दूरी पर ही लोगों ने हंगामा किया।
एसपी किशोर कौशल ने बताया कि शांति बनाए रखने के लिए रामगढ़ जिले के 33 संवेदनशील इलाकों में मजिस्ट्रेट के साथ सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
उन्होंने बताया कि पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। घटना के बाद वीडियो फोटो पोस्ट को लेकर प्रारंभिक रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।