एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नालंदा के डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने जिले में चल रहे सभी कोचिंग और नए खुलने वाले कोचिंग संस्थानों के साथ उसमें अवैध ढंग से पढ़ाई करने वाले छात्रों पर बड़ी कार्रवाई की है। अब नालंदा जिला में कहीं भी कोचिंग खोलने से पहले शिक्षा विभाग से रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी हो गया है। साथ ही कोचिंग में पढ़ाने वाले और कोचिंग चलाने वालों के साथ साथ कोचिंग में पढ़ने वालों को थाने में अपना चरित्र प्रमाण पत्र जमा करना होगा।
डीएम ने डीईओ को कोचिंग संस्थानों का जल्द रजिस्ट्रेशन करने का आदेश दिया गया है। जो कोचिंग संस्थान मानक के अनुरूप नहीं हों उनपर कार्रवाई करें। कोचिंग एक्ट पर जो संस्थान अमल नहीं कर रहे हैं, उनकी सूची बनाकर जिला प्रशासन को सौंपे। इस मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीएम डॉक्टर त्यागराजन ने बताया कि 22 कोचिंग संस्थानों के पास लगातार लड़ाई-झगड़े की शिकायत मिल रही है। कोचिंग संस्थान का झगड़ा ही आगे चल कर बड़ा रूप ले लेता है। साथ ही कोचिंग संस्थानों के पास छात्राओं से अक्सर हो रही छेड़खानी की शिकायत सामने आती थी। इसलिए कोचिंग संचालक और छात्रों का चरित्र प्रमाण पत्र की मांग की गई है। जो लोग इसका खिलाफ करेंगे, उनपर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने सभी थानों को आदेश दिया है कि वे कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों का प्रमाण पत्र बनाकर दें। साथ ही, कोचिंग संस्थानों के आसपास पुलिस की तैनाती करें। संचालकों द्वारा दी गयी सूची के हिसाब से छात्रों पर तो नजर रखें ही, संस्थान के निकट जो छात्र संदेहास्पद या असामाजिक हरकत करने वालों पर कार्रवाई करें।