एक्सपर्ट मीडिया न्यूज । नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड के रामपुर व कैला पंचायत के अन्तर्गत तीना-तीनी-लोदीपुर गांवों को विभक्त करने वाली व राष्ट्रीय राजमार्ग को रामघाट लोहन्डा पथ को आपस में जोड़ने वाली मुख्य कच्चे रास्ते, जिसे सदियों से इंतजार था, अपने जीर्णोद्धार को लेकर नापी देख खिल उठे ग्रामीणों के मायूस चेहरे।
उक्त तीनों गांव, जिसका मुख्य रास्ता आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी घोर उपेक्षा का शिकार है। लेकिन शुक्रवार के दिन अभियंता के द्वारा गांव के कच्चे रास्ते की नापी देख ग्रामीणों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई।
आपको बताते चलें कि यही वो रास्ता है जिसका इस्तेमाल आस -पास गांव के ग्रामीण भी मुख्य सड़क मार्ग एन एच 30 ए पर आने के लिए वर्षों पूर्व से करते आ रहे हैं। लेकिन बारिश के मौसम में इस रास्ते पर पांव जमाना भी दुभर सा हो जाता है।
गांव के ही किशोरी पासवान, चमारी पंडित अखिलेश पांडेय,शुमार ठाकुर सहित दर्जनों ग्रामीणों ने एक सुर में बताया कि लगता है इस बार इस रास्ते का काली करण व ढलाई हो जाएगा।
लेकिन मजे की बात यह भी है कि कुछ ग्रामीणों ने दबी जुबान में कहा कि ऐसा नापी देखते-देखते हमारे बाल सफेद हो गए हैं। चलो इस बार भी देख लेते हैं क्या होता है? रास्ते का काली करण या हर बार की तरह इस बार भी केवल नापी दिखा कर ही हम ग्रामीणों को छला जायेगा।
दूरभाष के माध्यम से बात करने पर 177 हरनौत विधान सभा व बिहार सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री हरिनारायण सिंह ने एक्सपर्ट मीडिया को बताया कि हर हाल में इस बार कच्चे रास्ते का काली करण किया जायेगा।