एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (चन्द्रकांत)। तेज रफ्तार से जा रही बस के खाई में पलटजाने से जहां एक यात्री की मौत हो गई वहीं डेढ़ दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए। यह घटना शुक्रवार की दोपहर हिलसा-चिकसौरा पथ पर चन्दौत छिलका के निकट हुई।
देवराज नामक यात्री बस हिलसा से यात्री लेकर पभेड़ी बाजार की ओर जा रही थी। तभी चन्दौत छिलका के निकट विपरीत दिशा से आ रही एक टेम्पो चालक द्वारा चकमा दिए जाने के कारण खाई में पटल गई। बस के खाई में पलटते ही यात्रियों में कोहराम मच गया।
बस के अंदर बैठे यात्री खुद को बाहर निकलने की कसमकस करने लगे, वहीं बस की छत के ऊपर बैठे यात्री इधर-उधर कूद गए। बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर पाते ही आसपास के ग्रामीणों के अलावा राहगीरों की भीड़ जुट गई
लोगों की मदद से दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार यात्रियों को किसी प्रकार निकला गया। जिसमें एक यात्री मृत निकाले गए। मृत यात्री की पहचान चिकसौरा थाना के दल्लुबिगहा गांव निवासी प्रसादी सिंह के रुप में की गई।
इधर घायल ब्रजनंदन महतो, इंदर रविदासस, विकास रविदास, विजय रविदास, सुदामा गांप, कुसुम देवी, रंजना देवी, अंशु कुमारी, राजेन्द्र बिंद, महेन्द्र प्रसाद, नवलेश रविदास, इंदर पासवान, पवन रावत, लालती देवी, महेश प्रसाद मंजू देवी, रामदेव पसवान, कांती देवी एवं भुनेश्वर बिंद को प्राथमिक उपचार के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घायलों में से महेन्द्र प्रसाद, कांति देवी, कुसुम देवी, इंदल रविदास, पवन रावत, लालती देवी एवं सुदामा गोप की नाजुक स्थिति के कारण बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। चर्चा है कि इलाज के लिए जाने के क्रम में टॉल प्लॉजा के निकट घायल महेन्द्र प्रसाद भी दम तोड़ दिए, लेकिन इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी।
बस को खाई में ढुलते देख कूद कर भाग गया ड्राइवर
मौत के मुंह से बचे यात्रियों में शामिल नवलेश रविदास ने कहा कि बस को खाई में ढुलते देख ड्राइवर कूद कर भाग गया। मूलत: चिकसौरा थाना क्षेत्र के लूचन टोला निवासी नवलेश बस की छत पर सवार होकर घर जा रहा था।
नवलेश ने बताया कि चन्दौत छिलका के निकट बस पहुंचने वाली थी, तभी विपरीत दिशा से टेम्पो को आते देख गति में रहते हुए बस बायीं तरफ हुई। छिलका से टेम्पो के गुजरते ही बस दायीं तरफ मुड़ी तो मुड़ते हुए खाई की ओर जाने लगी।
तभी बस की छत पर सवार यात्री जान बचाने के लिए कूदने लगे। उनके साथ कुछ यात्री सड़क पर कूदे तो कुछ यात्री खाई में कूद गए। खाई में कूदे यात्रियों के लिए बस तब दानव बन गया जब पलटी मारते हुए गिरे यात्रियों पर ही चढ़ गया।
जख्मी नवलेश की मानें तो जब बस खाई की ओर मुड़ रही थी तभी बस का ड्राईवर बस से कूद गया और पूरब की तरफ भाग निकला। राहगीर और आसपास के लोगों के आ जाने पर बस में दबे यात्रियों को निकालकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।
बाल-बाल बचा अवोध, मां हुई घायल
पूछने पर पर सिर्फ अपनी बांयी बांह को दिखाता था। मूलत: पटना जिले के धनरुआ थानाक्षेत्र के नसरतपुर गांव निवासी सुरेन्द्र प्रसाद की पत्नी हैं मंजू देवी। अपने पति के साथ मंजू हिलसा के अनुमंडलीय अस्पताल से दीपक को एंटीरेब्सीन दिलाकर बस से घर लौट रहा था। अवोध पुत्र दीपक के साथ मंजू बस की सीट पर बैठी थी, जबकि उनके पति सुरेन्द्र बस की छत पर बैठा।
बस के खाई में ढुलते देख सुरेन्द्र किसी प्रकार कूद कर जान बचायी। इसके बाद बस में फंसे अपनी पत्नी मंजू और अवोध पुत्र दीपक को निकालने की जुगत में लग गए। ग्रामीणों के सहयोग से दोंनो को सकुशल बस से निकाल लिया गया।
बस से निकलाए गए मंजू को कई जगह चोट है जबकि अवोध दीपक के बायीं कुल्हा में चोट है, इस कारण दीपक हर किसी को अपना कुल्हा ही दिखा रहा था।
परिजनों के पहुंचते ही मचा कोहराम, एक-दूसरे को पकड़ कर रोने लगी महिलाएं
दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार यात्रियों के परिजनों के पहुंचते ही कोहराम मच गया। कुशलक्षेम लेने पहुंची महिलाएं एक-दूसरे को पकड़कर रोने-चिल्लाने लगी।
जैसे ही आसपास के इलाके में बस के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर मिली, वैसे ही बस पर सवार यात्रियों को परिजन वहां पहुंचने लगे। वहां जुटी भीड़ के बीच घायल यात्रियों की स्थिति देख यात्रियों के परिजन रोने-चिल्लाने लगे।
महिलाओं के रोने-चिल्लाने से माहौल पूरा गमगीन हो गया, लेकिन लोगों को शुकून तब मिला जब घायलों में से सिर्फ एक ही यात्री की मृत्यु होने की पुष्टि हुई।