“इस बात की खुलासा उस समय हुआ जब हाईकोर्ट का आदेश लेकर सैंकड़ों पुलिस के जवान के साथ खुद को भू मालिक कहने वाले कुछ लोग जेसीबी लेकर सड़क तोड़ने पहुंचा….”
यह सड़क रांची पटना एनएच 131 से जोड़ने वाली 300 मीटर लंबी आनंदमार्ग नाम की एक लिंक रोड है।
जिला प्रशासन द्वारा आनंद मार्ग को बंद करने का आदेश देते ही स्थानीय लोग उग्र हो गए और मनोज तांती के नेतृत्व में सैकड़ों लोग प्रदर्शन करते हुए विरोध में सड़क पर बैठ गए।
मामला गंभीर होते देखे जिला प्रशासन मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों की बात सुनी। मौके की नजाकत को समझते हुए कार्य रोकने मे ही भलाई समझा और बुलडोजर को बैरंग लौटना पड़ा।
यह खबर आग की तरह फैल गई। सुनने वाले सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए। 13 वर्षों से लोगों के आने जाने वाली सड़क अचानक निजी सम्पत्ति बन गई।
इस संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क का निर्माण 13 साल पहले पूर्व तात्कालीन डीएम आनंद किशोर द्वारा कराया गया था।इस सड़क के निर्माण हो जाने से यातायात में सुविधा एवं पानी की निकासी की सुविधा सरल हो गई थी।
लेकिन आश्चर्य की बात है कि घर टूट कर सड़क बनते देखा है, आज सड़क टूटकर घर बनने का कड़बा सच पहली बार सामने आया है