“घटना बेगूसराय जिले के लाखो थाना क्षेत्र के इनयार की है। श्याम रज़क इस घटना के बाद बेहद नाराज़ दिखे….”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज ब्यूरो )। एससी /एसटी एक्ट में संशोधन तथा आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णो को आरक्षण देने की मांग को लेकर आहूत भारत बंद के दौरान बिहार के कई जगहों पर ‘माननीय’ के साथ अभद्र व्यवहार और हमले की भी शिकायत मिली है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में बंद समर्थकों के द्वारा सांसद पप्पू यादव के साथ मारपीट की घटना सामने आई है।सांसद पप्पू यादव ने बंद समर्थकों पर आरोप लगाया है कि उनके साथ मारपीट हुई है।वही पूर्व मंत्री विधायक और जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक पर भी बंद समर्थकों ने हमला किया तथा उनके वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया ।
पूर्व मंत्री तथा विधायक श्याम रजक का आरोप है कि बेगूसराय में एक कार्यक्रम से लौटने के दौरान उनके क़ाफ़िले पर बंद समर्थकों ने हमला किया। इस हमले में श्याम रज़क की गाड़ी को बंद समर्थकों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। उनके साथ गाली-गलौज किया गया साथ-साथ उन पर ईंट-पत्थर से भी प्रहार किया गया। इस दौरान गाड़ी का शीशा टूटने से पूर्व मंत्री को चोट लगी और उनका अंगरक्षक भी घायल हो गया।
इससे पहले मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव ने भी अपने उपर हमले का आरोप लगाया है। पप्पू यादव का आरोप है कि उनपर मुजफ्फरपुर में हमला किया गया। बिहार में इस बंद का आह्वान सवर्ण सेना ने किया था।
बंद के दौरान मधेपुरा से सांसद और जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव के काफिले पर पथराव किया गया है।हमले से बचकर निकले पप्पू यादव फूट-फूटकर रोते देखे गए।
उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस तरह की घटना का अंदाजा नहीं था। यहां जाति पूछकर उनकी पिटाई की गई।
वहीं पटना के नौबतपुर में बंद समर्थकों ने कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ शर्मा के साथ भी धक्कामुक्की और अभद्र व्यवहार किया ।बाद में विधायक ने बंद समर्थकों को हाथ जोड़कर क्षमा मांगने के बाद मामला शांत हुआ था ।
इधर इस भारत बंद को लेकर सियासत भी शुरू हो गई । एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ हुए भारत बंद को लेकर आरजेडी ने बीजेपी पर हमला किया है। आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि बीजेपी समर्थकों को अब पता चल रहा है कि बीजेपी क्या है। आने वाले दिनों में और सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने कहा कि आरजेडी इस बंद के ना समर्थन में है ना विरोध में।
भारत बंद का कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने समर्थन करते हुए कहा कि सवर्ण समाज के प्रश्नों पर ध्यान देने की जरूरत है। नए कानून का कभी भी दुरूपयोग हो सकता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बिना विपक्ष की राय लिए केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाया है। आज बीजेपी अगड़ा-पिछड़ा के नाम पर राजनीति करना चाहती है।
जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि ये साबित हो गया कि एनडीए न तो दलित विरोधी है और न ही सवर्ण विरोधी। एनडीए सर्वसमाज की हितैषी है।