“राजस्थान में पुरूष गैर महिलाओं के नजर उठा कर चेहरे तक नही देखते। यंहा महिलाओं के साथ पुरूष पिटाई करते हैं। उन्हें बच्चा चोर की अफवाह उड़ा पकड़ने और पिटाई करने वालों ने शराब भी पी रखी थी। अब कान पकड़ते हैं। झारखंड कभी नहीं आयेगें।”
रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज / आमोद कुमार)। रांची जिले के ओरमांझी थाना अंतर्गत पिस्का बस्ती में ग्रामीणों ने राजस्थान से आई दो बच्चियों सहित सात महिलाओं को बच्चा चोर समझ पिटाई कर दी।
इस घटना की जानकरी मिलते ही दल-बल के साथ पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों से घिरी सभी महिलाओं को सुरक्षित थाना लेकर पहुंची। जहां से औपचारिक पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
घटना दोपहर बाद करीब दो बजे की है। राजस्थान से आई महिला आशा देवी-38 वर्ष के साथ अनिता राव-25 वर्ष, हुली राव-22 वर्ष, तन्ना राव-18 वर्ष व दो बच्चियां किरन राव-13 वर्ष व खुशी राव-12 वर्ष को पिस्का बस्ती में घुमते लोगों ने देखा।
लोगों ने महिलाओं ने बस्ती आने का कारण पुछा तो महिलाओं ने बताया कि वे लोग बच्चों के म्यूजिकल बूक बिक्री करने आई हैं। महिलाओं से पुछताक्ष के दौरान ही गांव में बच्चा चोर पकड़ा गया है कि अफवा फैल गई।
देखते ही देखते सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणो की भीड़ जमा हो गई। महिलाओं को घेर उन पर लोग वहशी बन टूट पड़े। राजस्थान की कई महिलाओं की पिटाई के दौरान कपड़े भी चिथड़े हो गये।
ओरमांझी थाना पहुंची पीड़ित महिलाएं काफी घबराई हुई थी। पुलिस से सुरक्षा का अश्वासन मिलने के बाद जिला जोधपुर पाली गांव सोजोत्रो राजस्थान की महिलाओं ने बताया कि वे लोग बच्चों के साथ 25 की संख्या में दो दिन पहले ही झारखंड (रामगढ़) पहुंचे है।
वे सभी रामगढ़ बस स्टेन में ही ठहरे हुए हैं और स्कूल, बाजार व गांव में घुम-घुम कर म्यूजिकल बूक बिक्री करते हैं। उनमें सात महिलाए बुक बेचने ही पिस्का बस्ती चले आये।
ग्रामीणों की पिटाई से काफी आहत दिख रही पीड़ित महिलाएं थाना पहुंचने के बाद राहत की सांस और कान पकड़ कर कहा अब कभी भी वे झारखंड नही आएगें।