अन्य
    Thursday, December 26, 2024
    अन्य

      अच्छी पर्यावरण के लिए पेड़-पौधो की संतान जैसी रक्षा जरूरी

      1 3नालंदा ( राम विलास)। विश्व पर्यावरण दिवस पर अंर्तर्ष्ट्रीय पर्यटन केन्द्र राजगीर मे आकर्षक रैली निकाली गयी। रैली मे सैकड़ो नर-नारी शामिल हुए। इस दौरान जागरुकता के द्वारा पर्यावरण से जुड़ी झाकी और चेतनालय के द्वारा स्वछ्ता अभियान नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किये गये।

      बिहार रोड, धर्मशाला रोड, जे पी चौक, थाना रोड, कालेज रोड, बंगाली पाड़ा ब्लौक रोड होते हुए रैली का समापन होटल गार्गी गौतम विहार परिसर मे हुआ। होटल गार्गी, चेतनालय और जागरुकता अभियान के द्वारा आयोजित इस रैली व झांकी को स्टेशन प्रबंधक मंतोष कुमार मिश्रा, चेतनालय की निदेशिका सिस्टर रोस , होटल गार्गी के प्रबंधक अमरेन्द्र कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

      इस अवसर पर एस एम एम के मिश्रा ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा जीवन की रक्षा करना है। धरती पर पेड़-पौधा लगाना बहुत आच्छा काम है। उससे भी अचछा काम उसकी रक्षा करना है। पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ का नारा देते हुए कहा कि हमलोग प्रकृति को देते कम लेते अधिक है। उन्होने पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़-पौधो के साथ औषधिय पौधो की रक्षा पर जोर दिया।

      होटल गार्गी के प्रबंधक अमरेन्द्र कुमार ने कहा पर्यटन के क्षेत्र मे राजगीर की जितनी ख्याति है उतनी ही गंदगी के क्षेत्र मे। पर्यावरण को सहेजने और राजगीर को क्लीन व ग्रीन रखने के लिए जिला प्रशासन और स्थानीय लोगो से अपील की।

      उन्होने हर शुभ कार्य के मौके पर सामुहिक पौधा लगाने की आवश्यकता पर जोर दिया। पेड़-पौधो का पालन संतान की तरह होनी चाहिए। पेड़ रहेगे तभी वातावरण प्रदूषित होने से बचेगे।

      चेतनालय की निदेशिका सिस्टर रोज ने कहा कि पर्यावरण है तभी जीवन है। पेड़-पौधे नही रहेगे तो सास लेना भी मुश्किल हो जायेगा। उन्होने कहा पालीथिन पर्यावरण का दुश्मन है। इसका हरहाल मे बहिष्कार होना चाहिए। पालीथिन के इस्तेमाल से मनुष्य को केवल हानि ही हानि हो रही है। स्वच्छ वातावरण से ही स्वच्छ समाज का निर्माण संभव है। उन्होने पालीथिन की जगह कैरी बैग का इस्तेमाल करने पर जोर दिया।

      जागरुकता के सचिव रमेश कुमार पान ने कहा कि राजगीर मे बेतहासा गंदगी का बड़ा कारण सीबरेज ट्रीटमेट प्लाट का न चालु होना है। इससे सीवरेज के गंदे पानी सड़को पर खुले नाले मे बह रहे है। इससे शहर प्रदूषित हो गया है।

      उन्होने जिलाधिकारी डा त्याग राजन एस एम की तारीफ करते हुए कहा कि राजगीर को पालीथिन फ्री शहर बनाने के लिए उनके द्वारा सराहनीय कोशिश की गयी थी। डीएम साहब का यह प्रयास एक महीने तक ठीक चला । लेकिन बाद मे स्थानीय पदाधिकारियो के निकम्मेपन के कारण जिलाधिकारी का ड्रीम प्रोजेक्ट फेल हो गया। उनहोनै कहा कि पर्यावरण हित मे राजगीर को पालीथिन फ्री करने के लिए फिर से अभियान चलाने की जरुरत है।

      इस अवसर पर चेतनालय के कलाकारों के द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। नाटक के माध्यम से बयाया गया कि हर पर्व त्यौहार पर एक पेड़ जरुर लगाएं। घर के सामने तथा आसपास के सार्वजनिक स्थलों को साफ रखें। कूड़ा- कचरा कूड़ेदान में ही डाले।

      कलाकारों ने कहा कि क्लीन राजगीर ग्रीन राजगीर अभियान में राजगीर के तमाम बुद्धिजीवियो, समाजसेवियो, नौजवानो जो सामाजिक कार्य में रुचि रखतै है इस महाअभियान में शामिल होकर देवभूमि को स्वस्थ और स्वच्छ बनाने में आगे आये।

      इस अवसर पर पूर्व वार्ड पार्षद उमराव प्रसाद निर्मल , वार्ड पार्षद  बिरजू राजवंशी, चेतनालय के को-ऑर्डिनेटर अशोक कुमार, अनुपम कुमार, कौलेश कुमार , अमित पासवान एवं अन्य प्रमुख ने विचार व्यक्त किया।

      संबंधित खबर

      error: Content is protected !!