“एसपी रहते हुए गरिमा ने अपनी पढ़ाई जारी रखी और वर्ष 2016 में सिविल सर्विसेज परीक्षा में 55वां रैंक हासिल किया और आइएएस बनीं……..”
सोशल मीडिया में गरिमा सिंह के सरकारी कामकाज और निजी समारोह में ली गयी तसवीरें मौजूद हैं। इनके बेहतर काम को देखते हुए राजधानी में बेहतर प्रशासन की उम्मीद के साथ एक दूसरे को मैसेज भी भेजे जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर इनके कैरियर की जानकारी भी दी जा रही है़
जानकारी के मुताबिक यूपी के बलिया जिले की रहने वाली गरिमा सिंह ने पहली बार 2012 में सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की़। वह पुलिस सेवा में बहाल हुईं और लखनऊ में दो वर्षों तक प्रशिक्षु एएसपी रहीं। झांसी में एसपी सिटी के रूप में तैनात हुईं।
सोशल मीडिया के पोस्ट के अनुसार वह हजारीबाग में प्रोबेशन के दौरान पदस्थापित थीं। उन्हें समाज कल्याण अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया।
उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों की दुर्दशा देखी और एक आंगनबाड़ी केंद्र को गोद लिया और इसे मॉडल आंगनबाड़ी बना दिया।
गरिमा ने अपनी सेविंग्स के 50 हजार रुपये इस आंगनबाड़ी केंद्र पर खर्च किये। झांसी में बतौर आइपीएस अधिकारी गरिमा सिंह ने काफी बढ़िया काम किया।