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लॉ एंड ऑर्डर आउट ऑफ कंट्रोल इन बिहार

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज /बिहार ब्यूरो। बिहार में कानून व्यवस्था दिनों दिन गिरती जा रही है। हालात बद से बदतर होता जा रहा है। कानून व्यवस्था पूरी तरह आउट ऑफ कंट्रोल दिख रही है। सीएम नीतीश कुमार का सुशासन अब सवालों के घेरे में है।

हाजीपुर के एक प्रतिष्ठित और राजनीतिक रसूख रखने वाले व्यवसायी गुंजन खेमका की हत्या के 48 घंटे के अंदर दो अन्य प्रतिष्ठित व्यवसायी की हत्या ने कानून व्यवस्था को ढेगे पर रख दिया है।

out of control bihar 2हाजीपुर के गुंजन खेमका की हत्या के 24 घंटे के अंदर मुजफ्फरपुर के एक ठेकेदार की हत्या के बाद अब बिहार के दरभंगा के एक बड़े कारोबारी और शाही कंस्ट्रकश्नन के मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

एनएच 57 पर पहले से घात लगाए अपराधियों ने शाही कंट्रक्शन के मालिक पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। स्थानीय लोगों की मदद से शाही कंस्ट्रक्शन के मालिक को आनन-फानन में अस्पताल लाया गया जहां शाही कंस्ट्रक्शन के मालिक ने दम तोड़ दिया।

बिहार में 48 घंटे  के अंदर यह तीसरी बड़ी हत्या है। वैशाली में बड़े कारोबारी गुंजन खेमका की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

उसके बाद कल मुजफ्फरपुर में ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई और आज सुबह सुबह ही शाही कंस्ट्रक्शन के मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

इधर गया में आमस निवासी पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारी पिन्टू सिंह की देर रात अपहरण कर हत्या कर दी गयी। इसके विरोध में शनिवार की सुबह से आक्रोशित ग्रामीणों ने सिमरी गांव के निकट जीटी रोड को जाम कर दिया गया।

पिंटू सिंह की सिर में गोली मारकर हत्या की गयी है। पुलिस ने उसके शव को आमस थाना क्षेत्र के सिमरी गांव से बरामद किया है।

गांव वालों के अनुसार पिंटू कोलकाता टूर पर जाने के लिये घर से निकले थे। पहले यह जानकारी मिली कि वे स्थानीय थाना क्षेत्र के आमस बंगला के पास जीटी रोड से गायब हैं। गायब होने की घटना शुक्रवार की रात करीब 11 बजे की है।

बताया जाता है कि बिरला ग्रुप सीमेंट की ओर से बस टूर जा रही थी। बस अन्य लोगों को लेकर औरंगाबाद की ओर से आ रही थी।आमस के ही एक अन्य साथी बिट्टू कुमार (सीमेंट के स्थानीय प्रोपराइटर) बस में थे।

उन्होंने पिन्टू को रोड पर आने को कहा। जिसके बाद वे तीन बैग के साथ जीटी रोड पर आ गये। किन्तु टूर की बस आने पर बैग के साथ वे गायब मिले। फोन स्विचऑफ था। खोजबीन के बाद भी पता नहीं चला। परिजन उसी समय अपहरण की आशंका जता रहे थे।

इस तरह से जारी हत्याओं के दौर बिहार की जनता के बीच सीधा संदेश है कि बिहार में कहीं कोई सुशासन नहीं है और यहां जंगलराज पार्ट टू की शुरुआत हो चुकी है।

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