“यह घटना पूरे झारखंड राज्य के लिए भीषण शर्मनाक है। जो आदिवासियों की लुप्त होती जनजाति सबर युवती के साथ घटी है। यह घटना घाटशिला अनुमंडल के दारीसाई खड़िया टोला की बताई जाती है…..”
जमशेदपुर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज/ कवि कुमार)। लुप्त होती जनजाति सबर की 26 साल की विवाहित युवती के घर में घुसकर एक दबंग द्वारा दिनदहाड़े उसे पूरी तरह निर्वस्त्र करने फिर उसी हालत में उसका हाथ पकड़ कर खींचते हुए उसके घर से निकाल कर गांव में घुमाते हुए वीरान स्थान पर ले जाने, वहां उसके साथ बलात्कार करने और फिर पूर्ण नग्न हालत में उसे गांव से घुमाते हुए उसके घर तक लाने की घटना को गालूडीह पुलिस सिर्फ मारपीट एवं गाली गलौज करने की घटना मान रही है।
जब की घटना के बाद पीड़िता ने मौके पर पहुंचे गालूडीह के थानेदार के सामने पीड़िता ने उसे नग्न करने और बलात्कार करने की पूरी जानकारी दी थी।
बीते 7 दिसबंर की सुबह इसी गांव का दबंग युवक गंभीर सिंह खड़िया टोला पहुंचा। उसने युवती को अपने साथ चलने को कहा। उसके इंकार करने पर गंभीर सिंह ने उसके घर में घुसकर उसकी साड़ी, ब्लाउज और साया उतार दिया।
इस बात का विरोध करने आए उसके पति पर उसने चाकू और डंडे से प्रहार किया। युवती की बहन जोबाइन सबर भी अपनी बहन को बचाने आईं तो उसके डंडे से कई वार कर उसे घायल कर दिया।
उसके बाद दबंग पीड़िता को खींचते हुए करीब एक फर्लांग दूर आम के पेड़ के नीचे ले गया। जहां उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद उसे मारते पीटते उसके पीछे उसके घर तक आया। इस मामले को पुलिस को बताने पर उसने जान से मारने की धमकी दी। किसी अन्य कांड की जांच कर वापस लौटते समय थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और गंभीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
पीड़िता ने थाना प्रभारी को उसने नग्न करने और रेप करने की सारी बात बताई। इसे प्राथमिकी में नहीं जोड़ा गया। पीड़िता और अभियुक्त में पुराना परिचय होने की बात आधी से ज्यादा प्राथमिकी में लिखी गई।
प्राथमिकी में घटना का समय भी नहीं लिया गया। दबंग द्वारा पीड़िता को पूरी तरह नग्न करने के बदले में सिर्फ इतना लिखा गया कि मारपीट और झगड़ा के क्रम में पीड़िता का ब्लाउज फट गया। मसलन अभियुक्त में ब्लाउज तक नहीं फाड़ा।
घाटशिला पुलिस के डीएसपी ने आदिवासी आदिम जन जाति कल्याण संघ की जिला अध्यक्ष रानी सबरीन से बात करते हुए ब्लाउज फटने के मामले में कहा कि अभियुक्त की जर्सी भी तो फट गई। मसलन एक महिला का ब्लाउज फटना और एक अभियुक्त की जर्सी फटने को पुलिस समान समझ रही है।
पीड़िता ने रानी सबरीन को भी बताया कि उसी गांव में घर होने के चलते अभियुक्त गंभीर सिंह को वह पहले से जानती है। अभियुक्त कभी कभार उसके घर भी आता था और बातचीत किया करता था।
परंतु अचानक वह आक्रामक होकर उसके घर आएगा और नशे में उसे पूर्ण नग्न कर गांव में घुमाते हुए ले जाएगा और उसके साथ बलात्कार करेगा यह उसने सपने में भी नहीं सोचा था।
पीड़िता ने बताया कि वह उसे कभी माफ नहीं करेगी। इसकी सजा उसे दिला कर ही दम लेगी। पूरी घटना के समय खड़िया कॉलोनी में अनेक महिला और पुरुष मौजूद थे। परंतु दबंग युवक के एक हाथ में चाकू और दूसरे हाथ में डंडा देखकर कोई महिला को बचाने सामने नहीं आया।
पीड़िता ने बताया कि इससे पहले भी तीन बार उसी युवक ने उसके साथ छेड़छाड़ की। विरोध करने पर उसने उसके देवर को जख्मी कर दिया। दो बार घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंचीं। दोनों बार युवक को गिरफ्तार कर पुलिस थाना ले गई।
परंतु गांव के मुखिया और प्रभावशाली लोगों के कहने पर पुलिस ने थाना में समझौता कराकर दबंग गंभीर सिंह को छोड़ दिया। अगर पुलिस पहले ही कार्यवाही करती तो उसकी इज्जत लुटने से बच जाती।
रानी सबरिन ने आज गालूडीह थाना पहुंचकर थाना प्रभारी के सामने खुलकर इस बात पर अपनी आपत्ति जताई कि मामले की काफी कमजोर प्राथमिकी दर्ज की गई है। सबर महिला को पूरी तरह नग्न कर गांव में घुमाने और उसके साथ बलात्कार करने की घटना पर पर्दा डालने की कोशिश की गई है। वे इस मुद्दे पर सीनियर एसपी अनूप विरथरे से मिलकर उनका ध्यान आकृष्ट कराएगीं।
रानी सबरिन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इसके बाद भी पुलिस ने अपना रवैया लुप्त होते जनजाति के प्रति नहीं बदला तो पुलिस के खिलाफ जोरदार आंदोलन किया जाएगा।