“शौक के लिए राजद का बोर्ड लगाकर घूमता था सरफराज। पुलिस ने जिस स्कॉर्पियो को बरामद किया है उस पर सरफराज ने युवा राजद महासचिव का बोर्ड लगाया था। राजद का बोर्ड लगाकर सरफराज अपने साथियों के साथ घूमा करता था। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि राजद से उसका कोई संबंध नहीं है। बस शौक के लिए बोर्ड लगा लिया था।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। पटना पुलिस की नाक में दम करने वाला एटीएम लुटेरा गैंग आखिरकार पकड़ा गया। यू-ट्यूब से एक मिनट में एटीएम तोड़ने का तरीका सीख इस गैंग ने दो माह में पांच एटीएम उड़ा लिए थे।
गैंग पटना, नालंदा और आरा जिले से पांच एटीएम उखाड़ ले गया था। वहीं बिहटा, बिहारशरीफ, बक्सर में आधा दर्जन एटीएम तोड़ने में असफल रहे थे। गैंग के दो सदस्य अभी फरार हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि एटीएम लुटेरा गैंग वाहन पर युवा राजद का बोर्ड लगाकर घूमता था।
नालंदा में लूटा गया एटीएम जानीपुर में लावारिस हालत में बरामद हुआ था। इसी बीच सूचना मिली कि फुलवारीशरीफ के पुलिया टोला के पास एटीएम लुटेरे जुटे हैं।
पुलिस ने घेराबंदी कर मो. नेहाल (फुलवारीशरीफ), मो. आसिफ (फुलवारीशरीफ), राहुल कुमार (पश्चिम चंपारण), मुन्ना सिंह (पुनपुन), पवन कुमार (मसौढ़ी) और विम्मो (गोपालपुर, पटना) को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से एटीएम काटने के उपकरण, पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद हुए।
पूछताछ के बाद गैंग में शामिल फुलवारीशरीफ के मो. सरफराज, मो. असलम, मो. मोस्तकीन, मो. दानिश, खगौल के मो. नजीमुद्दीन, नालंदा के फिरोज की गिरफ्तारी हुई। इनके पास से एटीएम लूट की रकम से खरीदे गए वाहन भी बरामद हुए।
निशानदेही पर मसौढ़ी से लूटा गया एटीएम खगौल, नालंदा से चोरी एटीएम विक्रम और बिहियां से लूट गया एटीएम नेउरा से बरामद किया गया। इन सभी एटीएम को तोड़कर कैश निकाल लिया गया था।
इस गैंग के खिलाफ नालंदा, आरा, पटना, बक्सर और वैशाली जिले में केस दर्ज हैं। सरगना नेहाल पर फुलवारीशरीफ में कुल नौ मामले पहले से दर्ज थे। इसके अलावा गैंग पूर्व में दो दर्जन से अधिक चोरी और हाइवे पर वाहन लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
सरगना मो. नेहाल लूटपाट और चोरी के तरीके जानने के लिए अक्सर इंटरनेट सर्च करता रहता था। तीन माह पूर्व उसने एटीएम से कैश बॉक्स चुराने या हैक करने के लिए हैकर्स से संपर्क करने का प्रयास किया था। लेकिन, बहुत सारी बातें उसे समझ में नहीं आई।
इस बीच उसने यू-ट्यूब पर एटीएम को ही चुराने का तरीका सीख लिया। यू-ट्यूब पर उसने ‘हाउ टू ब्रेक एन एटीएम’ वीडियो देखा था। यह उसने अपने चारों साथियों को भी दिखाया। इसमें बताया गया था कि एक मिनट में एटीएम को कैसे तोड़ा जाता है।
फिर गैंग में दस लोगों की और जरूरत पड़ी। तब उसने पुराने साथियों से संपर्क किया। गैंग को शुरुआती दौर में आधा दर्जन एटीएम तोड़ने में सफलता नहीं मिली थी। यह गैंग अब तक एटीएम उखाड़कर 60-70 लाख रुपये लूट चुका है।
गैंग के सरगना के खिलाफ फुलवारीशरीफ सहित अन्य जिलों में करीब 17 मामले दर्ज हैं। सभी बदमाशों को फुलवारीशरीफ से पकड़ा गया है। इनके दो साथी फरार हैं जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।