एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। प्रदेश राजद प्रवक्ता व हिलसा विधायक अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव ने नालंदा समेत समूचे सूबे में पुलिस कार्यशैली पर सीधा सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से घटनाएं घट रही है और उसमें पुलिस की जो भूमिका सामने आ रही है, उससे साफ साफ स्पष्ट है कि यहां पुलिसिंग मर चुकी है, डेड है।
उन्होंने नालंदा जिले के रिश्तेदार के यहां जा रही चंडी थाना-प्रखंड के एक पंचायत समिति सदस्या के साथ चेरो ओपी थाना क्षेत्र में पहले छेड़खानी और उसके बाद उस छेड़खानी की वीडियो वायरल करने के ताजा मामले में एक्सपर्ट मीडिया न्यूज से बातचीत में आगे कहा कि इस घटना के पूर्व हिलसा थाना के भरेती गांव में एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने के बाद वीडियो को वायरल किया गया। चंडी थाना के रामघाट में एक छात्रा की सामूहिक छेड़छाड़ का काफी अभद्र वीडियो वायरल किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि लेकिन दोनों मामले के पुलिस-प्रशासन सजग नहीं हुई। यह पुलिस नकारात्मकता की हद। जब शिकायत दर्ज हो गई तो त्वरित कार्रवाई करना चाहिए था। उससे जुड़े हर पहलुओं की पड़ताल कर कार्रवाई होनी चाहिये थी, लेकिन पुलिस सब कुछ कमाई के साथ उस पर पर्दा डालने में जुट जाती है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि चंडी की जिस महिला जन प्रतिनिधि का वीडियो वायरल हुआ है तो इस पर एसपी को त्वरित संज्ञान-कार्रवाई करनी चाहिए। लापरवाही बरतने वाले वहां के थानाध्यक्ष को तत्काल पद से हटाना चाहिए। अगर एसपी-डीएसपी के संज्ञान के बाबजूद कार्रवाई नहीं होती है तो उनका भी बोरिया-बिस्तर बांध देनी चाहिये, क्योंकि यह टोटल नेगलेजेंसी का मामला है।
श्री यादव ने कहा कि पूरी शासन व्यवस्था दूसरे दायरे में लगी हुई है और पुलिसिंग ख़त्म हो गई है और पुलिसिंग जब समाप्त होती है तो अराजकता का माहौल पैदा होता है और जब अराजकता का माहौल पैदा होता है, तब इसका प्रतिकूल असर सोसाइटी पर पड़ता है। जिसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ता है। इसी का ताजा उदाहरण है महिला जन प्रतिनिधि छेड़खानी का वायरल वीडियो।
प्रवक्ता सह विधायक ने कहा कि इस राज्य में मॉब लीचिंग बढ़ गई है। लोग कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं। पुलिस की गिरती साख के कारण जनता का विश्वास खत्म हो रहा है। क्योंकि वे जानते हैं कि पुलिस पकड़ेगी और पैसे लेकर छोड़ देगी। और यही हो रहा है। चंडी छात्रा वीडियो वायरल कांड के मेन आरोपी को निजी स्वार्थ व अपनी नाकामियों को छुपाने के लिये सब कुछ जानते हुये भी पुलिस बड़ी वेशर्मी से बचाने में जुटी है। मानो पुलिस की बहन-बेटी होती ही न हो।