सूत्रधार राजू यादव की गुंडागर्दी से घायल बुंदी यादव का बेटा पप्पु यादव को सुनिये…..
बिहारशरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। अमुमन नालंदा जिले में उल्टी पुलिसिया कार्रवाई अधिक देखने को मिलती है। पुलिस लाख ढिंढोरे पीट ले लेकिन बात जब मदमस्त सत्तारुढ़ दल से जुड़े आरोपियों की हो तो उसकी घिग्घी बंध जाती है। आम आदमी के लिये अलग रवैया और खास लोगों के लिया अलग।
नालंदा जिला सुशासन बाबू उर्फ बिहार के सीएम नीतिश कुमार के घर-आंगन माना जाता है, लेकिन उनके घर आंगन में अपराधी बेखौफ हैं और पुलिस नतमस्तक। जिला मुख्यालय स्थित बिहार शरीफ बस स्टैंड के पास दो गुटों में एजेंटी को लेकर दर्जनों राउंड फायरिंग कर दहशत फैलाई गई।
एक तरफ बिन्दी यादव का गुट था तो दूसरी तरफ वर्तमान एमएलसी रीना यादव के पति पूर्व एमएलसी राजू यादव का गुट। राजू यादव दबंग छवि का माना जाता है। पहले वह खुद और बाद में उसकी पत्नी सत्तारुढ़ दल का एमएलसी है।
राजू यादव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है, लेकिन पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करने में तरह-तरह के बहाने बना रही है। जबकि घटना के पीड़ित बुन्दी यादव व उसके बेटे पप्पु यादव को अस्पताल में ईलाज कराने दौरान गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
हालांकि डीएसपी निशित प्रिया एक्सपर्ट मीडिया न्यूज से कहा कि पुलिस निष्पक्षता से अपना काम कर रही है। आरोपी कितना भी बड़ा हो, उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।
वहीं लहेरी थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि राजू यादव एक जन प्रतिनिधि हैं, उनको बहुत लोग फंसा भी सकता है। उनका मोबाईल लोकेशन निकाला जा रहा है। उसके बाद ही उनकी संलिप्ता पर कुछ कहा जा सकता है।
जब थाना प्रभारी को बताया गया कि राजू यादव जनप्रतिनिधि नहीं हैं, वर्तमान में उनकी पत्नी हैं तो उस पर कहा कि ठीक है जब प्रमाणित हो जायेगा तो उनके खिलाफ भी पुलिस एक्शन लेगी। अधिक जानकारी के लिये वरीय अधिकारी से बात करें। बेहतर वहीं बतायेगें। फिलहाल बुंदी यादव, पप्पु यादव और चिटुं यादव पकड़ाया है। चिंटु यादव को राजु यादव गुट का आदमी बताया जाता है।
बहरहाल, ऐसा नहीं लगता कि बिहार शरीफ बस स्टैंड पर अपना दबदबा बढ़ाने की नियत से गुंडागर्दी का प्रमुख सूत्रधार राजू यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई पुलिस कर पायेगी। क्योंकि सरकार की सुशासन अपनी जगह है और पुलिसिया मानसिकता अपनी जगह। यही राजू यादव सरीखे दबंगों को अधिक संरक्षण देती है।