Home देश नालन्दा भाजपा बनी जदयू की पिछलग्गू, जनाधार वाले 7 नेता हुए बाहर

नालन्दा भाजपा बनी जदयू की पिछलग्गू, जनाधार वाले 7 नेता हुए बाहर

0

नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। वर्ष 2013 में भाजपा से जदयू के अलग होने के बाद जदयू के अभेद किला नालन्दा में भाजपा को गाँव-गाँव तक जोड़ने वाले ज़मीनी नेताओं को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

नालंदा में भाजपा की ज़मीन 2014 लोकसभा चुनाव में इतनी मजबूत हो चुकी थी कि एनडीए के अतिपिछड़ा उम्मीदवार सत्यानन्द शर्मा सिर्फ सर्टिफिकेट लेने से चूक गए।nalanda bjp 3

वहीं 2015 के विधानसभा में भाजपा ने सातो सीटों पर जदयू के खिलाफ दमदार ज़मीनी पहुंच बनाई थी, लेकिन अब जब फिर से भाजपा जदयू एक साथ है तो लोकसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ कार्य करने के आरोप में नालन्दा विधानसभा भाजपा के पूर्व प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया, नालन्दा भाजपा के उपाध्यक्ष श्याम किशोर भारती, युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष पंकज कुमार सिंह अतिपिछड़ा महामंत्री सूरज चन्द्रवँशी,वेन भाजपा अध्यक्ष रामनिवास सिंह उर्फ राजेश ,एकंगरसराय मंडल महामंत्री कौशल कुमार जैसे ज़मीनी नेताओ को निकाल दिया गया है।

कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया स्थानीय विधायक सह मंत्री के नाकामियों को हमेशा सार्वजनिक करते रहे हैं और वर्ष 2015 के आम विधानसभा चुनाव में जदयू के बड़े चेहरे मंत्री श्रवण कुमार को कड़ी टक्कर दी थी।  

वहीं भाजपा के पूर्व युवा अध्यक्ष पंकज सिंह सोशल साइट के जरिए नालंदा भाजपा के अध्यक्ष प्रो रामसागर सिंह को पूर्व से ही आईना दिखाते रहे हैं।

भाजपा के उपाध्यक्ष श्याम किशोर भारती ने फोन पर बताया कि कौशलेंद्र कुमार जैसे अयोग्य प्रत्याशी, जो 10 वर्षो में जनहित के मुद्दे पर ज़ीरो साबित हुआ है, उसे सहयोग करना लोकतंत्र की हत्या करना है।

भाजपा के बेन अध्यक्ष रामनिवास सिंह ने बताया कि भाजपा के जिलाध्यक्ष प्रो रामसागर सिंह चाटुकारों और चापलूसों से घिरे हुए है जहाँ की आम कार्यकर्ताओ को सम्मान नहीं दिया जाता है। बिना शो कॉज के आखिर पार्टी से निकालने का मतलब है कि वो मंत्री-सांसद की चाटूकारिता में लग गए हैं

बहरहाल यह तो तय है कि नालन्दा जिला भाजपा अब मिशन 2020 में जदयू का पिछ्लगू बनने की राह पर चल पड़ा है।

error: Content is protected !!
Exit mobile version