चंडी (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। विषाक्त भोजन के कारण नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज के लगभग चार दर्जन विद्यार्थी बीमार पड़ गए। जिन्हें चंडी के रेफरल अस्पताल में इलाज के लिए देर रात भर्ती कराया गया। वहीं कई छात्र निजी क्लिनिक में भी भर्ती हुए।
नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज के होस्टल में रह रहे छात्रों ने रविवार को काॅलेज कैंटीन में खाना खाया था। खाने में छात्रों को चावल ,रोटी, चोखा, दही और सलाद दिया गया था। हाॅस्टल के लगभग 44 छात्रों की तबीयत अचानक देर रात खराब हो गई ।उन्हें उल्टी की शिकायत हुई। आनन -फानन में सभी छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया ।
मौके पर पहुंचे इंजीनियरिंग कॉलेज के ओएसडी सीबी महतो को छात्रों ने बताया कि रात मेस की ओर से हमे चावल, रोटी चोखा, दही , चीनी ओर सलाद मिला था। रात को दो बजे के बाद से हमलोगों को पेट मे दर्द होने लगा और उल्टियां भी होने लगी। सभी ने आशंका जताया कि चोखा खाने से ही हमे फूड प्वाजनिंग हुआ है।
छात्र -छात्राओं ने बताया कि रात को खाने खाते ही हल्का हल्का जी मिचलाने लगा। फिर भी किसी तरह से खाना खाने के बाद हमलोग सो गए। रात को करीब दो बजे पेट मे दर्द ओर हल्की फुल्की उल्टियां होने लगा। फिर भी हम लोगों को कुछ समझ में नही आया। जैसे ही सुबह हुई हमलोगों को पेट दर्द और उल्टियां ज्यादा होने लगी। उसके बाद हमलोग बाइक व निजी वाहन से अस्पताल पहुंचे।
छात्र -छात्राओं ने बताया कि पिछले साल भी दो तीन छात्र भी फूड प्वाजनिंग के शिकार हुए थे। उसके बाद खाना और पानी बेहतर के लिए पिछले साल भी कॉलेज प्रशासन के समक्ष स्ट्राइक किया था। जो बदल दिया गया था। नया मेस को भी बदलने के लिए आवेदन दिया था। अगर समय रहते कॉलेज प्रशासन हमलोगों का बात मान लेता तो यह समय देखना नही पड़ता।
छात्र छात्राएं अस्पताल में पहुंचने के बाद इंजीनियरिंग कॉलेज के सभी छात्र छात्राएं एक दूसरे को हालचाल लेने के लिए रेफरल अस्पताल में पहुंचने लगे। सभी अपने साथी से हालचाल पूछा। डॉक्टरों से भी बीमारी के बारे में पूछ ताछ करते रहें ।
छात्रों को अस्पताल में पहुंचते ही अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला। अस्पताल में मौजूद डॉक्टर रामानंद प्रसाद, डॉ गरिमा आनंद, डॉ परमेश्वर प्रसाद इलाज में जूट गए। डॉ रामानंद प्रसाद ने बताया कि फाइड प्वाजनिंग के कारण बच्चे बीमार पड़ गए। सभी का इलाज चल रहा है। कुछ बच्चे पर फूड प्वाजनिंग का असर कम है तो कुछ बच्चे पर ज्यादा। फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर है।
प्राचार्य डॉ सीबी महतो ने कहा कि कहीं न कहीं खाना में गड़बड़ी रहने के कारण बच्चे बीमार पड़ रहे है। इसकी जांच किया जाएगा। इसके पहले भी छात्रों के कंप्लेन के बाद पूर्व का मेस बदलकर बीएच कैटरिंग को दिया गया था।
मेस इंचार्ज रवि पांडे ने कहा कि बच्चों को तीन टाईम भोजन व एक टाइम चाय के लिए मात्र 72 रुपया दिया जाता है। बच्चों को खाना खाने से नहीं ओवर डोज खाना खाने से हुआ है। हम साफ सफाई पर पूरा ध्यान देते है।
अस्पताल में भर्ती बीमार छात्रों का नाम………
1 ऋषभ राज मैकेनिकल ब्रांच भागलपुर
2 सुजीत कुमार मैकेनिकल ब्रान्च औरंगाबाद
3 सिद्धार्थ कुमार मैकेनिकल ब्रांच बिहारशरीफ 4 अंकित कुमार सीविल ब्रान्च खगड़िया
5 सुधांशु कुमार इलेक्ट्रिकल ब्रांच गोबिंदपुर नवादा
6 शुभम रंजन सीविल ब्रांच पूर्णियां
7 अमन कुमार सीएएसई ब्रांच भागलपुर
8 अनिमेष रौशन सिविल ब्रांच दरभंगा
9 दीपक कुमार इलेक्ट्रिकल ब्रांच पटना
10 पुरनेनु कुमार सीविल ब्रांच खगड़िया
11 दिलखुश शर्मा सीविल ब्रांच भागलपुर
12 सुनील कुमार ईईई ब्रांच झांझापुर मधुवनी
13 पूजा कुमारी सीएसई ब्रांच पटना
14 अपूर्वा कुमारी सीविल ब्रांच मुंगेर
15 कुमारी करिश्मा ईईई ब्रांच बिहटा पटना
16 सुजंती कुमारी ईईई ब्रांच गया
17 आदित्या आर्य सीएसई ब्रांच सहरसा
18 ज़ोहरा मोइज सीएसई ब्रांच मुज़फ्फपर पुर
19 स्वेता सिन्हा मैकेनिकल ब्रांच पटना
20 स्वेता भारती ईईई ब्रांच भागलपुर
21 वर्षा कुमारी ईईई ब्रांच मई हिलसा नालन्दा
22 शिखा कुमारी ईईई ब्रांच पटना
23 आदिति सीएसई ब्रान्च एकंगरसराय पटना
24 प्रियंका कुमारी ईईई ब्रान्च बेगूसराय
25 ऐश्वर्या भारती ईईई ब्रान्च भागलपुर