रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। एक सबसे बड़ी दुःखद खबर आई है कि रांची के एसएसपी रहे तेज-तर्रार आईपीएस अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह हमारे बीच नहीं रहे। वर्ष 1998 बैच के आईपीएस अफसर प्रवीण कुमार सिंह का नई दिल्ली के मैक्स अस्पताल में निधन हो गया।
वे पिछले कई महीनों से गंभीर बीमारियों से जुझ रहे थे। वे रांची के एसएसपी और डीआजी रह चुके हैं। उनकी इस अकाल मौत से समूचे पुलिस महकमा समेत रांची में शोक की लहर देखने को मिल रही है।
साथ ही समय रहते अपराधियों को पकड़ निकालने के लिए प्रशिद्ध रहे हैं। रांची में एसएसपी के पद पर काम करते हुए प्रवीण सिंह ने तीन मौकों पर रांची को दंगे की आग में जलने से बचाया। इन कारणों से उनके विरोधी भी उनकी तारीफ करते थे।
एक समय था जब रांची जिला में नक्सली कुंदन पाहन का आतंक था। रांची-टाटा रोड में कई बड़ी घटनाओं को नक्सलियों ने अंजाम दिया था। हालात इतने खराब हो गये थे कि अगर किसी अधिकारी को रांची से जमशेदपुर जाना होता था, तब नामकुम से लेकर चांडिल तक फोर्स की तैनाती करनी पड़ती थी।
तब सरकार ने उन्हें रांची का एसएसपी बनाया। जिसके कुछ दिनों बाद उनके नेतृत्व में पुलिस ने कुंदन पाहन और उसके दस्ते को क्षेत्र छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था।
वर्ष 2009 में स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार का अपहरण कर हत्या किये जाने की घटना ने पुलिस विभाग को सकते में डाल दिया था। तब पुलिस मुख्यालय की तरफ से कई कदम उठाये गये थे।