Home गांव-देहात नहीं बिके पंसस तो चंडी प्रखंड प्रमुख-उपप्रमुख की कुर्सी जाना तय

नहीं बिके पंसस तो चंडी प्रखंड प्रमुख-उपप्रमुख की कुर्सी जाना तय

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बीडीओ विशाल आनंद ने एक्सपर्ट मीडिया न्यूज को बताया कि प्राप्त अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वैधानिक कार्यवाही शुरु कर दी गई है। प्रखंड प्रमुख को निर्धारित समय सीमा के भीतर बैठक बुलाने को कहा गया है। अगर वह बैठक नहीं बुलाती हैं तो नियमानुसार एक तिहाई सदस्यों की बैठक बुलाने के निर्देश दिये जायेगें।

चंडी (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। पिछले कुछ माह से चंडी पंचायत समिति सदस्यों के एक गुट द्वारा प्रमुख और उप प्रमुख के खिलाफ मुहिम खोल रखा था। प्रमुख की कार्यशैली से नाराज चल रहे लगभग एक दर्जन पंचायत समिति सदस्य प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कवायद में लगें हुए थे। जहाँ आज उन्हें सफलता मिल गई।chandhi block poltics 1

चंडी प्रखंड में मंगलवार को राजनीतिक तापमान काफी गर्म रहा। एक तरफ जिला परिषद उपचुनाव की मतगणना को लेकर गहमागहमी का महौल था, वहीं दूसरी तरफ विक्षुब्ध  पंचायत समिति गुट प्रमुख तथा उप प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में लगें हुए थे।

जैसे ही जिला परिषद उपचुनाव मतगणना की प्रक्रिया समाप्त हुई। विक्षुब्ध गुट ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को 22 पंचायत समिति सदस्यों में से 12 ने एक हस्ताक्षर युक्त आवेदन देकर अविश्वास प्रस्ताव लाया ।

चंडी प्रखंड के 22 पंचायत समिति सदस्यों में से एक दर्जन विक्षुब्ध सदस्यों ने प्रमुख निर्मला देवी तथा उप प्रमुख पूनम देवी के खिलाफ आखिरकार अविश्वास प्रस्ताव पेश कर ही दिया।

पंचायत समिति सदस्य दयाशंकर यादव के नेतृत्व में बीडीओ सह कार्यपालक पदाधिकारी विशाल आनंद को एक आवेदन देकर पंचायत समिति की विशेष बैठक बुलाने की मांग की है। बीडीओ ने प्रमुख से बात कर बैठक की तिथि निर्धारित करने की बात कही।

विक्षुब्ध सदस्यों ने आरोप लगाया है कि पंचायत समिति सदस्यों द्वारा बैठक में पारित प्रस्ताव का अनुपालन नहीं किया जाता है। सरकार द्वारा विकास के लिए दी गयी राशि को बिना  पंस सदस्य के सहमति के ही प्रमुख व उपप्रमुख मनमानी पूर्वक राशि खर्च कर देते हैं।सदस्यों को वर्तमान प्रमुख तथा उप प्रमुख पर विश्वास नहीं रहा।

अविश्वास प्रस्ताव पर मनीष कुमार, फेकू कुमार, राज कुमार, रिंकू देवी, रेशमी देवी, रितु देवी, सिम्पी देवी, रीता देवी, सुभद्रा कुमारी, गौतम कुमार, अखिलेश कुमार, दयाशंकर यादव यादव ने  हस्ताक्षर किया। 

अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद से प्रमुख-उप प्रमुख खेमे में बेचैनी बढ़ गई है।साथ ही प्रखंड की राजनीति गरमा गई है। साथ ही सदस्यों को अपने पाले में लाने को लेकर खरीद फरोख्त का बाजार भी गर्म हो सकता है।

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