एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। बिहार विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को सरकारी बंगले से बेदखल करने पर आमदा भाजपानीत जदयू सरकार हाईकोर्ट से अपने पक्ष में फैसला तो ले आये, लेकिन अब उनके बंगलों पर आफत आ गयी है।
एक अणे मार्ग- ये बिहार के मुख्यमंत्री का सरकारी आवास है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं तो बंगला उनके ही पास है।
1, अणे मार्ग 2005 तक ये वो बंगला हुआ करता था, जिसमें लालू यादव के राजगुरू पंडित राधानंदन झा रहा करते थे। 2005 में नीतीश कुमार जब सीएम आवास में आये तो इस बंगले को उनके प्रधान सचिव RCP सिंह को दे दिया गया।
लेकिन RCP बाबू MP बन गये और बंगला खाली करना पड़ा। उसके बाद नीतीश कुमार को अपने बंगले में जगह की कमी नजर आने लगी।
लिहाजा 1-A नंबर के बंगले की चाहरदीवारी को तोड़ कर इसे 1, अणे मार्ग में मिला दिया गया। 1-A, अणे मार्ग का बंगला अब सरकारी नक्शे से समाप्त हो गया।
एक अणे मार्ग के पीछे का बंगला। ये वही बंगला है जिसे मुख्यमंत्री के जनता दरबार के नाम पर एक अणे मार्ग से मिला दिया गया था। जनता दरबार कब का बंद हो चुका है। अब ये बंगला भी नीतीश कुमार के आवास का हिस्सा बन चुका है।
7, सर्कुलर रोड- देश में नीतीश कुमार एकमात्र ऐसे राजनेता होंगे जो एक साथ मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री दोनों के मजे ले रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री आवास में तीन बंगलों को मिलाने के बाद भी नीतीश के लिए जगह कम पड़ गया तो उन्होंने 7, सर्कुलर रोड के बंगले को पूर्व सीएम के तौर पर अपने नाम आवंटित करा लिया।
इस बंगले में कभी मुख्य सचिव रहा करते थे। नीतीश ने उस पूरे बंगले को ध्वस्त करा दिया और उनके लिए नये सिरे से मकान बना। नीतीश कुमार अपना दिन एक अणे मार्ग में गुजारते हैं तो रात 7,सर्कुलर रोड में।
पूर्व सीएम के नाम पर 7,सर्कुलर रोड के बंगले पर काबिज नीतीश कुमार को इस आलीशान मकान की जगह पर भी कम पड़ गयी। लिहाजा बगल में अवस्थित निगरानी विभाग के दफ्तर की चाहरदीवारी तोड़ दी गयी। 6, सर्कुलर रोड के बंगले के बड़े हिस्से को नीतीश के 7, सर्कुलर रोड के बंगले में मिला दिया गया और नयी चाहरदीवारी खड़ी कर दी गयी।
बिहार के मुख्यमंत्री का दिल्ली के लुटियंस जोन में सरकारी बंगला है। 6, कामराज रोड में नीतीश को आलीशान बंगला तब मिला जब वे राजद-कांग्रेस से पाला बदल कर बीजेपी के खेमे में चले आये। मेहरबान नरेंद्र मोदी ने उन्हे लुटियंस जोन में टाइप-8 का बंगला दे दिया।
नीतीश कुमार का कब्जा सिर्फ इन्हीं 6 बंगलों पर नहीं है। पटना के 4, देशरत्न मार्ग में राजकीय अतिथिशाला का बड़ा हिस्सा मुख्यमंत्री सचिवालय के नाम पर नीतीश कुमार के कब्जे में है।
पटना के इसी वीवीआईपी इलाके में कम से कम दो और ऐसे बंगले हैं जिन्हें नीतीश कुमार के खास लोगों के नाम पर आवंटित कर दिया गया है, लेकिन चाबी मुख्यमंत्री के पास ही रहती है।
दिल्ली में बिहार निवास में पहले से मौजूद मुख्यमंत्री का आलीशान सुइट नीतीश कुमार को रास नहीं आया। लिहाजा बिहार भवन में पानी की तरह पैसे बहाकर नीतीश कुमार के लिए खास तौर पर नया सुइट बनाया गया।
तेजस्वी यादव के बंगले के बहाने नीतीश के बंगले पर सवाल उठ रहे हैं। जाहिर है विपक्षी हाईकोर्ट को नीतीश के आलीशान बंगलों की पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे। आगे क्या होगा ये देखना दिलचस्प होगा। (सूचना स्रोतः न्यूज नेशन)