एकंगरसराय (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार के नालंदा जिले में विकास को लेकर जिस तरह की सूचनाएं सामने आ रही है, वे काफी चौंकाने वाले हैं। सीएम 7 निश्चय के तहत योजनाओं में तो अजीब सा खेला देखने को मिल रहा है। एक के बाद एक धाराशाही होते जल-नल योजना की मीनार के बीच एकंगरसराय प्रखंड में शौचालय निर्माण में बीडीओ और बिचौलिये के बीच ऐसा घालमेल उजागर हुआ है, जिसे देख लाभुक परेशान और लोग दंग हैं।
बुधवार को ग्रामीणों की उपस्थिति में शौचालय तोड़ कर उसमें लगे ईंट, दरवाजा, पैन आदि आपूर्तिकर्ता को लौटाने की बात बताई जा रही है।
अब तक केला विगहा गांव के भतु प्रसाद, लोकेंद्र चौधरी, उदय कुमार,विजेंद्र पंडित समेत अनेक लाभुकों की घर में बने शौचालय को तोड़ने की बात सामने आई है।
हिलसा अनुमंडल पदाधिकारी सृष्टिराज सिन्हा ने इस बाबत एक्सपर्ट मीडिया न्यूज को बताया कि उन्होनें सूचना मिलते ही अपने स्तर से घटनास्थल पर जाकर सारे मामले की जांच की है।
उन्होंने बताया कि उक्त गांव में शौचालय निर्माण कार्य में लगे बिचौलिये-लाभुक ने बिना कार्य पूरा किये पूर्ण भुगतान कराने की मंशा से बीडीओ पर दबाव बनाने के लिये ऐसी हरकत किया गया है। ऐसे लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।
हालांकि उन्होने स्वीकार किया कि इस मामले में एकंगरसराय बीडीओ की लापरवाही भी सामने आई है। उस गांव में अनेक शौचालय ऐसे हैं, जिनका निर्माण कार्य पूरा होने के बाबजूद उसका सुसमय भुगतान नहीं किया गया है। इसे लेकर बीडीओ को कारण बताओ नोटिश जारी किया गया है। संतोषप्रद जबाब नहीं मिलने पर उनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जायेगी।
सबाल उठता है कि जब उस गांव शौचालय के निर्माण अपूर्ण थे या फिर उसका पूर्ण भुगतान नहीं हो सका था तो फिर किस आधार पर उसे बीडीओ द्वारा ओडीएफ घोषित किया गया। सरकारी आकड़ों को निचोड़ते ऐसे मामले एक अगल जांच का विषय है।