एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। आनंद विहार-झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस में 6 फरवरी की रात पंजाब की 19 साल की लड़की के साथ हुए रेप मामले में पीड़िता की मेडिकल जांच सदर अस्पताल में कराई गई। जांच मेडिकल बोर्ड ने किया।
इस मामले को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी गंभीरता से लिया है। वहीं रांची स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में दिखा कि 6 फरवरी की रात 12 बजे ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर दो पर पहुंची थी।
लड़की को रिसीव करने दो वार्डन आई थीं, जिसके साथ पीड़िता स्टेशन से बाहर जाती दिखी। बाहर जाते समय उसका बॉडी लैंग्वेज और चेहरे का हाव कैसा था, इसकी जांच चल रही है।
पीड़िता के अनुसार 5 फरवरी को वह झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस की एस-थ्री बोगी में बर्थ नंबर 17 पर बैठी। छह फरवरी की रात जब ट्रेन रांची पहुंचने वाली थी, तभी चार युवक आए। पूरी बोगी की लाइट बुझा दी गई थी।
बोगी में अंधेरा था। चार युवकों में से एक ने उसके मुंह को गमछे से दबा दिया। दो युवकों ने उसका हाथ-पैर कसकर पकड़ा। उनमें से एक युवक ने उसके साथ रेप किया। अंधेरा होने की वजह से वह चारों लोगों का चेहरा ठीक से देख नहीं पाई।
उनमें से एक युवक दाढ़ी वाला युवक था, जिसे वह थोड़ा देख पाई थी। रेप करने के बाद रांची पहुंचने से एक स्टेशन पहले चारों युवक उतर कर भाग गए।
रात 12 बजे ट्रेन रांची रेलवे स्टेशन पहुंची। वहीं कडरू स्थित बेथेनी कॉन्वेंट की सिस्टर उसे रिसीव करने पहुंची थीं। अगले दिन भी उसने इस घटना के बारे में किसी को नहीं बताया।
जबकि, बेथेनी कान्वेंट की सिस्टर जसिंता सहित कई से उसकी बात हुई। अगले दिन उसने नहाया और उस कपड़े को भी धो दिया, जिसे उसने रेप वाले दिन पहना था।
इस घटना के बाद वह काफी परेशानी रही। 8 फरवरी की शाम 6 बजे उसने कीटनाशक दवा खा लिया। जब उसे उल्टी होने लगी, तब बेथेनी कॉन्वेंट की सिस्टर्स उसे गुरुनानक अस्पताल ले गईं।
लड़की के मुताबिक, गुरुनानक अस्पताल वह 8 फरवरी को भर्ती हुई थी, पर उसे 14 फरवरी को थोड़ा होश आया। 15 फरवरी को होश में आई तो चुटिया पुलिस बयान लेने पहुंची। उसने पुलिस को बताया कि ट्रेन में उसके साथ रेप हुआ है।
पंजाब के फाजिल्का की रहने वाली लड़की पांच महीने से बेथेनी हॉस्टल में रह रही है। कुछ दिन पहले वह पंजाब अपने माता-पिता के घर गई थी। बेथेनी हॉस्टल की इंचार्ज सिस्टर साइला शनिवार बाहर गई हुई थी।
वहां रहने वाली अन्य सिस्टर्स ने लड़की के बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया। किसी ने यह नहीं बताया कि वह पांच महीने से पंजाब से रांची के बेथेनी हॉस्टल में क्या कर रही है। हालांकि, उसने चुटिया पुलिस को बताया था कि वह यहां स्पोकन इंग्लिश का क्लास करने आई है।
जिस दिन पंजाब की लड़की के साथ रेप हुआ, उस दिन ट्रेन की एस-3 बोगी में 48 यात्री सवार थे। यह जानकारी रेल प्रशासन ने मामले की जांच कर रही स्पेशल टास्क फोर्स (एसआईटी) को दिया है।
हालांकि, एसआईटी को 48 यात्रियों के नाम और मोबाइल नंबर अभी उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। जांच टीम उन 48 यात्रियों से पूछताछ करने की कोशिश करेगी।
रेल प्रशासन ने एसआईटी को नाम और नंबर लेने के लिए आवेदन देने को कहा है। रेल डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा ने कहा कि जांच जारी है।
पीड़िता को गुरुनानक अस्पताल से सदर अस्पताल जीआरपी इंस्पेक्ट प्लेयर किस्कू, एक महिला व एक पुरुष एएसआई लेकर आए थे। सदर अस्पताल में जीआरपी की महिला एएसआई ने उसका एक बार फिर बयान दर्ज किया।
सदर अस्पताल में वह अपने पैरों पर खड़ा नहीं होने पा रही थी। पर, उसके लिए व्हील चेयर का इंतजाम नहीं किया गया। उसे काफी देर तक पैदल ही अस्पताल में नई बिल्डिंग से पुरानी बिल्डिंग में इधर से उधर पुलिस ले गई।
उसकी मदद के लिए बेथेनी कान्वेंट से आई एक अटेंडेंट और अस्पताल की एक नर्स दोनों ओर से पकड़ी हुई थी। जब पीड़िता चलने में असमर्थता जताते हुए एक जगह पर खड़ी हो गई, तब उसके लिए व्हील चेयर का इंतजाम किया गया।