बिहारशरीफ (संवाददाता)। जिले के नगरनौसा थाना के गोराइपुर पैक्स अध्यक्ष व जदयू नेता सुबोध प्रसाद की हत्यारों को दबोचने के लिये एसपी सुधीर पोरिका द्वारा गठित एसआइटी टीम जहां एक ओर एड़ी-चोटी एक कर रखी है, वहीं हत्या से उभरे आक्रोश के मद्देनजर थानाध्यक्ष कमलेश सिंह पर गाज गिरी है और उन्हें सस्पेंड करते हुये पुलिस लाइन हाजिर कर दिये जाने की सूचना है।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार नगरनौसा थानाध्यक्ष के खिलाफ एसपी स्तर से कार्रवाई की गई है। सुबोध हत्याकांड के आलावे भी कई कांडों में थानाध्यक्ष की गतिविधियों से एसपी कुपित चल रहे थे।
थाना प्रभारी क्षेत्र के डियांवा गांव में आम की रखवाली करने के दौरान एक महादलित की गोली मार कर हत्या की गुत्थी सुलझाने में विफल थे।
इधर सत्ताधारी जदयू के लोग थाना प्रभारी की भूमिका पर सबाल उठा रहे थे। दिवंगत सुबोध की शव को लेकर सड़क जाम करते हुये पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की थी।
तब हालात इतने बेकाबू नजर आ रहे थे कि लोग थाना में तोड़-फोड़ और आगजनी करने उतारु हो गये थे। लेकिन किसी तरह वरीय अधिकारियों ने हालात पर काबू पाते हुये मामले को शांत करने में कामयाब हो पाये थे।
इस घटना को लेकर सीएम नीतिश कुमार ने भी गहरी चिंता व्यक्त की थी और आज संसदीय कार्य एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवन कुमार भी पीड़ित परिजनों से मिलने के बाद नाराजगी जाहिर की।
बता दें कि नगरनौसा-बडीहा मुख्य लिंक पथ के काठी पुल के पास विगत सोमवार की देर शाम करीब 7 बजे गोराइपुर के पैक्स अध्यक्ष एवं जदयू नेता सुबोध कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी, जब वे अपने एक साथी के साथ बाइक से गांव वापस लौट रहे थे।
इस संबंध में मृतक के भाई देवरत्न सिंह ने नगरनौसा थाना में एक नामजद मामला दर्ज कराया था।
उस दर्ज प्रथमिकी के अनुसार सुबोध की हत्या गांव के ही मुन्द्रिका यादव, संतोष यादव और अमित यादव ने की है। सुबोध को एक पर एक तीन गोली दागी गई थी, जो उनके हाथ, सिर व गले मे जा लगी।
आशंका व्यक्त की जा रही है कि तीनों नामजद आरोपी हथियार से लैस थे और सुबोध पर एक साथ गोली चलाई गई ।