“किसान गौरीशंकर हत्याकांड में नए खुलासे की प्रबल संभावना बन गई है। डीएसपी प्रवेन्द्र भारती ने बताया कि अब तक के पूछताछ में वादी के ब्यान तथा अभियुक्तों से पूछताछ में आए तथ्य प्रतिकूल हैं। जबकि वैज्ञानिक जांच में पुलिस को हाथ लगे तथ्य इन दोनों के तथ्यों से भिन्न है।”
कोर्ट ने अभियुक्तों से पूछताछ के लिए पुलिस को दो दिनों का वक्त दिया है।
डीएसपी प्रवेन्द्र भारती ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि गुरुवार को दोपहर में हत्याकांड के नामजद मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह तथा गुड्डू उर्फ राजेश कुमार को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है।
तीनों अभियुक्तों से बारी-बारी से पूछताछ की जाएगी।
पूछताछ के लिए सवालों की लिस्ट तैयार कर ली गई। अलग-अलग पूछताछ के बाद तीनों अभियुक्तों को साथ बिठकार पूछताछ होगी।
इस दौरान अलग-अलग पूछताछ और सामूहिक पूछताछ में आए तथ्यों के अंतर पर पूछताछ होगी।
इसके बाद उन तथ्यों को सामने रखकर अभियुक्तों से पूछताछ होगी, जो अबतक के अनुसंधान में उभर कर सामने आया है।
मालूम हो कि मूलत: करायपरशुराय थाना के मुखदुमपुर गांव निवासी किसान गौरीशंकर सिंह गुरुवार को मोटरसाईकिल से घर लौट रहे थे।
तभी लोहंडा के निकट तीन अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस मामले में मृतक गौरीशंकर सिंह के पुत्र मनोज कुमार के फर्द ब्यान के आधार पर मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह, गुड्डू उर्फ राजेश कुमार एवं सुरेन्द्र सिंह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी।
इस मामले में नामजद अभियुक्तों में से गुड्डू उर्फ राजेश कुमार एवं सुरेन्द्र सिंह पिछले सोमवार को कोर्ट में आत्मसम्र्पण किया जबकि मुख्य आरोपी मैनू उर्फ शैलेन्द्र सिंह मंगलवार को कोर्ट में आत्मसर्पण किया।
हत्याकांड में नया मोड़ आने की प्रबल संभावना
जबकि वैज्ञानिक जांच में पुलिस को हाथ लगे तथ्य इन दोनों के तथ्यों से भिन्न है।
उन्होंने कहा कि अभी पूछताछ जारी है लेकिन अबतक आए तथ्यों से नए खुलासे के आसार हैं।