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गर्मी की आहट के साथ नालंदा डीएम ने पीएचईडी को दिये जरुरी निर्देश

बिहारशरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। गर्मी के मौसम में जिला वासियों को पेयजल की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एस एम ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों को सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

nalanda dmडीएम ने कहा है कि जितने भी चापाकल की मरम्मत की जानी है उसे युद्धस्तर पर पूरा कर लें। गर्मी में सभी चापाकल को चालू हालत मे बना कर रखें। ग्रामीण पेयजल आपूर्ति से संबंधित जितनी योजनाएं चल रही है, उसे भी हर हालत में चालू अवस्था में रखें।

विशेष परिस्थिति में यदि टैंकर से जल पेयजल की आपूर्ति करनी हो तो उसकी उसके लिए भी तैयार रहें। जल स्तर की मॉनिटरिंग भी करते रहने को कहा गया है। जिससे पता चले कि जलस्तर में किस गति से गिरावट हो रही है।

जिला में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के दो प्रमंडल कार्यरत हैं। हिलसा अनुमंडल अंतर्गत 11036 चापाकल चालू अवस्था में है। 37 ग्रामीण जलापूर्ति की योजना है जिससे कुल 221 वार्डों में जल आपूर्ति की जा रही है तथा 35 मिनी जलापूर्ति योजना है, जिससे 35 वार्डों को पेयजल पहुंचाया जा रहा है।

इस प्रमंडल में 6 वाटर टैंकर उपलब्ध हैं। विशेष परिस्थिति में इन टैंकरों से भी पेयजल पहुंचाने उनकी तैयारी रखने को कहा गया है।

बिहार शरीफ प्रमंडल में 14707 चापाकल चालू अवस्था में है। ग्रामीण जलापूर्ति की 46 योजनाएं चालू अवस्था में है जिससे 176 वार्डों में जल आपूर्ति की जा रही है। मिनी जलापूर्ति की 47 योजनाएं क्रियान्वित है जिससे 47 वार्डों को पेयजल पहुंचाया जा रहा है।

बिहार शरीफ प्रमंडल में 13 टैंकर उपलब्ध हैं। विशेष परिस्थिति में इन टैंकरों का भी उपयोग पेयजल की दिक्कत वाले इलाकों में किया जाना है।

लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि अप्रैल महीने से हिलसा एवं बिहारशरीफ प्रमंडल में एक एक कंट्रोल रूम चालू कर दें। जिसमें आमजन अपनी शिकायतों को अंकित करा सके और उनका समय से निवारण करने की भी व्यवस्था की जाए। चापाकलों की मरम्मत के लिए मैकेनिक की टीम का भी गठन कर उसे कार्य आवंटन कर दिया जाए।

नगर निगम एवं नगर पंचायत क्षेत्रों में भी पेयजल आपूर्ति के लिए संबंधित नगर निकायों को निर्देश दिए गए हैं। उन्हें अभी से पेयजल आपूर्ति के लिए उचित कार्य योजना बना लेने को कहा गया है। सात निश्चय के अंतर्गत चल रहे हर घर नल का जल योजना के तहत भी तीव्र गति से कार्रवाई की जा रही है जिससे कहीं भी पेयजल का संकट उत्पन्न ना हो।

जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों से कहा है कि वह आम जनों में जल संरक्षण के लिये जागरूकता भी फैलाएं, जिससे कि लोग पानी की बर्बादी ना करें। उन्हें संरक्षित करें। पेयजल की सतत आपूर्ति एवं उपलब्धता बनाए रखने के लिये जल सम्भरण के लिये भी जागरूकता फैलाई जाय एवं कार्य किये जायें।

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