“नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जिस समय राज्यपाल से मिलने जायेगें, राजभवन के बाहर कांग्रेस और आरजेडी के विधयक परेड कर रहे होंगें। तेजस्वी ने कर्नाटक का उदाहरण देते हुए सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बिहार में सरकार बनाने का दावा करने वाले है।”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। कर्नाटक में बीजेपी बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का मौका दिए जाने का बिहार की राजनीति पर भी असर देखने को मिल रहा है। आरजेडी एवं बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अब उसी तर्ज पर बिहार में अपनी पार्टी को सरकार बनाने देने की मांग को लेकर मुहीम तेज कर दी है।
कल तेजस्वी कांग्रेस नेताओं के साथ अपनी इस मांग को लेकर राज्यपाल से मिलेगें। कांग्रेस भी इस अभियान से जुट गई है। कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ने इस मुहिम में साथ देने का ऐलान करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी के विधायक और नेता भी तेजस्वी के साथ राज भवन जायेगें।
खबर है कि तेजस्वी ने अपने सभी विधायकों को पटना में शुक्रवार को मौजूद रहने का निर्देश दिया है। खबर यह भी है कि अभी तो राज्यपाल से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल के मिलने का कार्यक्रम तय हुआ है, लेकिन यह मुहिम कभी भी विधायकों के उस परेड के रूप में तब्दील हो सकता है, जो सरकार बनाने के दावे के दौरान होता है।
शुक्रवार को तेजस्वी यादव राज्यपाल से मिलेंगे और निवेदन करेंगे कि वर्तमान सरकार को भंग करें और सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होने के नाते आरजेडी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें। तेजस्वी के साथ उनके 80 विधायक भी राजभवन जाएंगे।
तेजस्वी ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी को 104 सीट पर जीत मिली है। बीजेपी कैसे 112 विधायकों का समर्थन जुटाएगी। विधायकों की खरीद-फरोख्त होगी। उन्हें केंद्रीय एजेंसियों से डराया जाएगा।