“एक तरफ सरकार व जिला प्रशासन नालन्दा जिले के कस्बों को खुले में शौच से मुक्त करने दिशा में प्रतिबद्ध दिखती है, वहीं नगरनौसा प्रखंड मुख्यालय के ठीक सामने बना ‘सम्मान घर’ प्रशासनिक पोल खोल रही है”
नगरनौसा । महीनों पूर्व नगरनौसा प्रखंड मुख्यालय के सामने प्रखंड वासियों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने हेतु एक पथ प्रदर्शक के रूप में आने वाले जनता जनार्दन के लिए शौचालय का निर्माण कराया गया था, जो अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है।
जब भी कभी प्रखंड क्षेत्रों के शौचालयों के बारे में खबर प्रकाशित किया जाता है तो प्रखंड विकास पदाधिकारी के कान खड़े हो जाते हैं।
लेकिन प्रखंड मुख्यालय के ठीक सामने बना सम्मान घर, जो पूर्ण रूप से निर्मित भी नहीं है और दूसरी ओर उसके दरवाजे पर ताला लटका है।
इस समस्या पर किसी कार्य से प्रखंड मुख्यालय आये पर एक सभ्रांत ग्रामीण यह टिप्पणी करते हुये देखे गये कि ‘ ई बीडीओ साहेब को सोझे कुछो न लौकअ हको, दाहिने-वाहिने के अलावे ’।
प्रखंड विकास पदाधिकारी जहां पर विराजमान रहते हों, रोजाना अनेकों बार आते-जाते रहे हों, वहां नजर जाना उनकी कार्यशैली व सोच पर सवाल खड़ा करती है।