एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। झारखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने रिम्स में बोकारो की पीड़िता बच्ची से मुलाकात किया। बच्ची के परिजन और डॉक्टर से बच्ची की स्थिति की जानकारी की।
बच्ची की माता ने बताया कि बच्ची को अच्छी पढाई के लिए टीचर के यंहा रखी थी।जिसकी हेर माह भुकतान करती थी। उसके पहले बच्ची अपने मामा के पास रहकर पढ़ती थी। पर वँहा ज्यादा बच्चे होने के कारन स्कूल छुड़ा केर घर लाना चाहती थी। पर उस समय टीचर के पास बच्ची ट्यूशन पढ़ती थी।
माँ की परेशानी देख अपने यंहा रख केर पढ़ाने की बात कही और बच्ची टीचर के पास रह केर पढ़ती थी। पर टीचर का पुत्र हमेशा उसके साथ मारपीट करता था, जब कोई घर में नहीं होता था और बताने पैर मारने की धमकी देता था।
29 जुलाई को भी उसे बेलन से मारा। हाथ पैर बांधा और दुष्कर्म किया। बताने पर जान से मारने की बात कही। टीचर के पति के आने पर उसे छुड़ाया और बच्ची की माँ को बताया कि बच्ची गिरकर घायल हो गयी है।
दूसरे दिन बच्ची की माँ बच्ची को लेकर लोकल में दिखाया। फिर रामगढ़ लायी। डॉक्टर ने बच्ची की स्थिति देख रानी होस्पिटल भेजा। फिर वँहा से रिम्स रेफर किया।
बच्ची की मानसिक स्थिति में सुधार के बाद अपनी माँ को इस शर्त पर बताई कि वो किसी को नहीं बताएगी। पता होने पर माँ ने डॉक्टर को, डॉक्टर ने डायरेक्टर के माध्यम से बरियातू पुलिस को बताया।
बरियातू पुलिस ने बयान लेकर बोकारो सम्बंधित थाने को रेफर किया। डॉक्टर को एहतियात बरतते हुए इलाज़ करनेको कहा। अध्यक्ष के साथ आलिकी, रेश्मा, रूबी भी साथ थी।