जिस जगह से शराब बरामद हुई है, वहां जर्जर मकान है, जो संजय यादव का है। जमीन भी संजय यादव की बतायी जाती है। शराब की इतनी बड़ी खेप की बरामदगी के बाद उत्पाद विभाग की ओर से तिलैया थाने में मामला दर्ज किया गया है। इसमें संजय यादव को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
सूचना मिलने के बाद डीसी संजीव कुमार बेसरा, एसपी सुरेंद्र कुमार झा भी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की। इससे पहले 14 जनवरी की रात बिहार के पटना एसटीएफ व नवादा पुलिस ने संजय यादव के ठिकानों से 1409 पेटी शराब बरामद की थी। इस मामले में भी आजसू नेता संजय यादव सहित 13 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
बरामद शराब पर ओनली सेल इन पंजाब लिखा है। इस कारण पुलिस व उत्पाद विभाग के पदाधिकारी इस बात का पता लगा रहे हैं कि ये असली हैं या नकली। बरामद शराब की लैब में जांच करायी जायेगी।
खबर है कि एसपी के निर्देश पर तिलैया पुलिस ने नवादा बस्ती स्थित संजय यादव के आवास पर छापामारी की। गिरोह के राजेश यादव, चंदन यादव के आवास पर भी छापामारी की जा रही है। हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी कोई सूचना नहीं है।
बताते हैं कि पुलिस को 14 जनवरी की रात बरामद 1409 पेटी शराब को लेकर संजय यादव सहित कई लोगों की तलाश थी़। इस बीच बुधवार को गिरोह के सूत्रधार संदीप भदानी व मनोज चिकना को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपियों से हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की, तो आश्रम रोड से शराब की बड़ी खेप बरामद हुई।
उल्लेखनीय है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद कोडरमा से शराब तस्करी बढ़ गयी है। अवैध शराब की तस्करी के मामले में पुलिस द्वारा अब तक सुनील यादव, सेवई सिंह, गुड्डु बहादुर, मनोज चिकना व संदीप भदानी को गिरफ्तार किया गया है। अदालत से अन्य आरोपियों के खिलाफ अरेस्ट वारंट निर्गत है।